अब क्या करेगी सरकार; मध्य प्रदेश के किसानों का दिल्ली कूच करने का ऐलान, महापंचायत कर लिया फैसला

केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मध्य प्रदेश के डबरा में किसानों की महापंचायत हुई। इसमें आसपास के किसानों के साथ अन्य प्रदेशों से भी किसान आए। महापंचायत में किसानों ने कहा कि वे पांच फरवरी को पलवल बॉर्डर पर जाकर आंदोलन में शामिल होंगे। किसान महापंचायत में गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता बलवीर सिंह मान, नांदेड़ से संत बाबा मोहन सिंह, उप्र भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन के अलावा त्रिलोचन सिंह, सदवंत सिंह शामिल हुए। किसान नेताओं ने कहा कि नए कृषि कानूनों से किसानों का जीना मुश्किल हो जाएगा। हमारी फसलों का भाव बड़े-बड़े उद्योगपति तय करेंगे। भंडारण की जो छूट दी जा रही है, इससे व्यापारी माल का संकट बताएंगे और बाद में महंगे दामों पर बेचेंगे। इससे मंहगाई और बढ़ जाएगी। इसलिए यही समय है कि सभी किसान एकजुट होकर इसका विरोध करें। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा कि बहुत हो चुकी मन की बातें, तन की बातें और धन की बातें। अब नारा होगा- जो किसान का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा। किसान संगठन के पदाधिकारी कई दिन से गांव-गांव जाकर बैठक ले रहे है।

कृषि मंत्री के क्षेत्र में धरना शुरू

इसके अलावा मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह क्षेत्र हरदा में बेमियादी धरना शुरू हो गया है। कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने हाईवे पर साई मंदिर के पास तंबू गाड़कर बेमियादी धरना शुरू कर दिया है।

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