बेटे अर्जुन राव के साथ फिर नजर आएंगे राव अजीत सिंह, रविवार को छह हलकों के कार्यकर्ताओं की बुलाई मीटिंग
दक्षिण हरियाणा राजनीति की दिशा- दशा तय करने वाले रामपुरा हाउस में एक बार फिर राजनीति हलचल शुरू हो गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह के मंझले बेटे राव अजीत सिंह अपने बेटे अर्जुन राव के साथ एक बार फिर सक्रिय नजर आएंगे। राव अजीत सिंह ने 24 जनवरी को रामपुरा हाउस में सुबह 11 बजे छह विधानसभा क्षेत्र पटौदी, अटेली, बावल, रेवाड़ी, नारनौल एवं महेंद्रगढ़ से अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। मीटिंग का एजेंडा अतीत में हुए सभी तरह के घटनाक्रमों को खत्म कर नए सिरे से राजनीति को मजबूत आधार देना है। राव अजीत सिंह का स्वास्थ्य पहले से काफी बेहतर है। वे कांग्रेस पार्टी के बैनर तले इस इलाके की राजनीति में अपनी नई भूमिका को लेकर तैयार किए गए एजेंडे को अपने समर्थकों के सामने रखेंगे। इस मीटिंग की खास बात मौजूदा राजनीति में उबाल ला चुके किसान आंदोलन को लेकर रणनीति बनाना है। राव अजीत सिंह का मानना है कि यह आंदोलन देश की आजादी के बाद की सबसे बड़ी क्रांति है जिसने खुद को सबसे ताकतवर मानने वाली भाजपा सरकार की जड़ों को हिलाकर रख दिया। भारत में किसान अनाज पैदा कर सभी का पेट भर सकता है तो वह अपने अधिकार एवं सम्मान के लिए किसी भी तानाशाह एवं खुद को ताकतवर मानने वालों को जमीन पर पटकने की हैसियत भी रखता है। मीटिंग में राव अजीत सिंह अपने बेटे अर्जुन राव के साथ हुए घटनाक्रम के अतीत को भी खत्म कर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का एलान करेंगे।