आंध्र प्रदेश के एलुरु शहर में रहस्यमय बीमारी को लेकर हेल्थ विशेषज्ञों ने बड़ा दावा किया है। बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए राज्य में पहुंची अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की टीम ने कहा है कि इस बीमारी की वजह एलुरु शहर में पीने के पानी और दूध में सीसा जैसे भारी तत्वों की मौजूदगी की वजह से हो रही है। फर्स्ट स्टेज में इस रहस्यमय बीमारी का यही कारण का पता है। इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से शहर के करीब पांच सौ लोग ग्रसित हो चुके हैं। शुरूआती लक्षणों में मरीज के मुंह से झांग और बेहोशी देखने को मिला है। इस वजह से अब तक 500 से अधिक लोग बीमार हो चूके हैं। एम्स और राज्य के अन्य विशेषज्ञों की टीमों द्वारा खोजे गए इन कारणों के आधार पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी को रिपोर्ट सौंप दी है। सीएम कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस रहस्यमय बीमारी का कारण निकेल और सीसा को पाया गया है। सीएम की तरफ से जारी बयान में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मरीजों के शरीर में भारी धातु तत्वों की मौजूदगी को लेकर गहन जांच करें और इस पर लगातार नजर बनाएं रखें। अधिकारियों के मुताबिक बीमारी की चपेट में अब तक 505 लोग आ चूके हैं, जिनमें से 370 से अधिक लोग ठीक हो गए हैं और 120 अन्य का इलाज चल रहा है। वहीं, इस बीमारी की वजह से एक लोगों की मौत हो गई है।