बेसिलस कैलमेट-ग्यूरिन वैक्सीन, जो मुख्य रूप से टीबी से सुरक्षा प्रदान करता है, बुजुर्ग लोगों के लिए कोरोनो वायरस से बचाने के लिए कारगर है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला है।आईसीएमआर वैज्ञानिक प्रतिरक्षा कोशिकाओं जैसे कि टी सेल, बी सेल, मोनोसाइट (श्वेत रक्त कोशिकाएं) और डेंड्राइटिक (एंटीजन-प्रेजेंटिंग) सेल सबसेट पर बीसीजी टीकाकरण के प्रभाव की जांच कर रहे हैं। इस परीक्षण में 60 और 80 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया गया था।
बुजुर्ग लोग, जो 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं और वे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय और गुर्दे की बीमारियों आदि से ग्रसित हैं को उच्च जोखिम वाले समूह के रूप में माना जाता है। वे बीमारी के गंभीर रूपों को विकसित करते हैं और कोरोना वायरस के सेमरने वाले मरीजों की संख्या भी इसकी आयु वर्ग की अधिक है।
रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक ने कहा, “बीसीजी टीकाकरण बढ़ी हुई जन्मजात और अनुकूली मेमोरी सेल सबसेट्स के साथ-साथ बुजुर्ग व्यक्तियों में कुल एंटीबॉडी स्तर से जुड़ा हुआ था, जो कि कोरोना संक्रमण में इसकी संभावित उपयोगिता का सुझाव देता है। यह हृदय संबंधी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है।” आपको बता दें कि बीसीजी वैक्सीन नवजात शिशुओं को दिया जाता है। इसे करीब 50 साल पहले लॉन्च किया गया था।