रणघोष अपडेट. जुडडी की कलम से
कोसली उपमंडल के अंतर्गत् आने वाले सभी गांवों से सबसे उम्र दराज दंपति को 14 जनवरी को सम्मानित करने की शुरू हुई मुहिम के बाद इन दंपतियों से जुड़ी कहानियां एवं स्वस्थ्य जीवन जीने की शैली एक दूसरे को प्रेरित कर रही है। गांव जुड्डी में 82 साल के शीशराम एवं एक साल छोटी उनकी धर्मपत्नी रामगिरी देवी पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उनके 26 वर्षीय पोते डॉ. विकास यादव बताते हैं कि जब से उसने होश संभाला कभी अपने दादा- दादी को किसी बीमारी की दवा लेते नहीं देखा। यहां तक की उन्हें कभी जुकाम खांसी तक हुई है। परिवार में कुल 14 सदस्य है। डॉ. विकास ने बताया कि एक साल पहले परिवार के सभी सदस्यों ने बड़ी मशक्कत के बाद दादा- दादी को काम करने से रोका। दादी खुद रोटी बनाती थी। आज भी उसके बनाए लड्डू खाते हैं। दादा- दादी ने हमें बचपन से दो बातों की घुट्टी जरूर पिलाई है। पहली जहां तक हो सके किसी पर आश्रित मत रहो। अपना काम खुद करना सीखो। काम में हमेशा ईमानदारी दिखाओ। उनकी सीख का नतीजा रहा कि उनके पोती पोतिया शिक्षा में बेहतर पोजीशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उसने खुद ही बेंग्लुरू से इसी साल मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर ली है। दादा- दादी हमारी प्रेरणा है।