किसान और मजदूरों की एकजुटता से ही सरकार घुटने टेकने पर मजबूर होगी। यह बात दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि तीन काले कानून किसान के साथ साथ मजदूर वर्ग के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा को सरकार की मंशा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वाले सस्ते अनाज की योजना बंद करने की है। प्राइवेट मंडी को बढ़ावा देना उस दिशा में पहला कदम है। उन्होंने कहा कि ये समय जात पात का भेद भूलकर हाथ से हाथ मिलाने का है ताकि सरकार की जनविरोधी नीतियों का कड़ा जवाब दिया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने जुल्म की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गद्दी के नशे में भूल रहे हैं कि देश ने अन्नदाताओं ने कोरोना काल में गिरती अर्थव्यवस्था को संभाला था। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल पर धरने के 199 दिन सांगवान खाप 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, जाटू खाप के मास्टर राज सिंह जताई, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, गंगाराम श्योराण, दिलबाग ढुल, राजू गौरीपुर, संतोष देशवाल मामकोर, संतरा डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। धरने का मंच संचालन राजकुमार हड़ौदी ने किया। इस अवसर पर सूरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजू मान, बलबीर बजाड़, मंगल सुई, जागेराम डीपीई, सूबेदार सतबीर सिंह, सत्यवान कालुवाला, बलवान हड़ौदी, सूबे सिंह, प्रेम सिंह डोहकी, मनसुख पूर्व सरपंच, जगदीश हुई, संजय मानकावास, मास्टर कर्ण सिंह हुई, महिपाल आर्य, शमशेर सांगवान, लवली पूर्व सरपंच, ओम नम्बरदार चरखी इत्यादि मौजूद थे।