प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के दस सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मु्ख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीधे तौर पर पीएम मोदी से कहा कि एक देश में वैक्सीन के दो रेट कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगले महीने से राज्य सीधे तौर पर कंपनी से वैक्सीन खरीद पाएगी। लेकिन, कंपनी ने कहा है कि वो राज्य सरकार को चार सौ रूपए प्रति डोज और केंद्र को 150 रूपए प्रति डोज देगी। ऐसा क्यों, एक देश में वैक्सीन की दो दरे क्यों?
केजरीवाल ने राजधानी में ऑक्सीजन की स्थिति पर हालात बयां करते हुए पीएम मोदी से कहा कि अभी तक के मुताबिक राज्य में ऑक्सीजन की सात सौ टन से अधिक की मांग है। केंद्र ने दिल्ली के कोटे को बढ़ाकर चार सौ से अधिक कर दिया, इसके लिए मैं केंद्र का आभारी हूं। लेकिन, राज्य को अभी तक अपने कोटे का ऑक्सीजन भी नहीं मिल पाया है। उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री जी जबसे ये दिक्कतें शुरू हुई है। दिनभर मेरे फोन बजते रहते हैं। स्थिति बहुत भयावह है। अस्पताल बोलते हैं कि उनके पास दो घंटे, तीन घंटे का ऑक्सीजन ही बचा है। यदि समय पर दिल्ली को ऑक्सीजन नहीं पहुंचती है तो मैं केंद्र में किसे फोन करूं। लोगों को ऑक्सीजन के बिना नहीं मरने दे सकते हैं।”
केजरीवाल ने पीएम मोदी से कहा कि देश के संसाधनों पर प्रत्येक नागरिकों का अधिकार है। दिल्ली के ऑक्सीजन कोटे को अन्य राज्य रोक दे रहे हैं। ऐसे में हम क्या करें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र को सलाह दी है कि देश के ऑक्सीजन प्लांट को आर्मी के माध्यम से केंद्र अपने कंट्रोल में ले ताकि स्थिति को बेहतर किया जा सके। वहीं, पीएम मोदी और केजरीवाल के बातचीत के दौरान केजरीवाल ने इसका लाइव प्रसारण कर दिया। जिस पर पीएम मोदी ने उन्हें टोका। पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। इसके बाद केजरीवाल ने पीएम से माफी मांग ली।