हरियाणा पुलिस के एसीपी वीर सिंह की 88 वर्षीय माताजी बसंती देवी का सोमवार रात्रि को ह्रदय गति रुक जाने की वजह से आकस्मिक निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर महेंद्रगढ़-नारनौल स्टेट हाइवे पर लघुसचिवालय के सामने स्थित शमशान घाट पर किया गया। स्वर्गीय बसंती देवी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र रामनिवास ने दी। वे अपने पीछे चार पुत्र व दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़कर गयी है। दिवंगत बसंती देवी शुरू से धार्मिक विचारों की सामाजिक महिला थी जो सैदव ही समाज हित में कार्य करती रहती थी। उनके निधन पर क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शोक संवेदना प्रकट की। स्वर्गीय बसंती देवी के मजले पुत्र एसीपी वीर सिंह आजकल पटौदी में एसीपी के पद पर तैनात है।
उनकी अंतिम यात्रा में पूर्व शिक्षा मंत्री के भाई राजेन्द्र शर्मा, भाजपा नेता सुधीर दीवान, एसीपी गुरुग्राम नरेश कुमार, व्यापार मंडल के प्रधान सुरेंद्र बंटी, पत्रकार सुशील शर्मा, एसीपी गुरुग्राम संजीव बल्हारा, पार्षद कुलदीप शर्मा, एडवोकेट शैलेंद्र सिंह यादव, भूपेंद्र सेठ, सुरेंद्र दायमा, अनिल तिवारी, दीवान शेखावत, सतपाल वशिष्ठ, गजेंद्र सोनी, रमेश सैनी, देवकी सैनी, भूप हरबला, नरेश जोशी, बालकिशन शर्मा, टीटू तिवाड़ी, मास्टर कनैहया लाल, हरिराम खंन्ना, मोहन लाल चौहान, राजेश खन्ना, सुरेश शर्मा, मास्टर मांगेराम तिवाड़ी, एडवोकेट कुलदीप यादव, रोहताश सोनी, डीडी सोनी सहित काफी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य लोग शामिल थे।