–प्रशासन ने जारी की एस थी्र पोर्टल पर पंजीकृत 22 अस्पतालों की सूची, इन अस्पतालों में ही करवाएं कोविड मरीजों का इलाज
–केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व डीसी यशेन्द्र सिंह के प्रयास से 4 एमटी के स्थान पर 5 एमटी ऑक्सीजन की मिली सप्लाई
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि कोविड-19 इलाज के लिए जो अस्पताल एस थ्री पोर्टल पर रिजिस्टर्ड हैं वो अस्पताल ही जिला में कोविड मरीजों का इलाज करने के लिए अधिकृत हैं। डीसी यशेन्द्र सिंह रविवार को जिला सचिवालय सभागार में रेवाड़ी जिला के सरकारी व प्राईवेट अस्पताल के डाक्टरों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में 22 अस्पताल एस थी्र पोर्टल पर पंजीकृत हैं तथा ये अस्पताल ही कोविड-19 का इलाज करने के लिए अधिकृत हैं। उन्होंने चिकित्सकों को कहा कि जिसका अस्पताल एस थ्री पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है वे कोविड मरीजों को शाम तक एस थ्री पोर्टल वाले अस्पतालों में शिफ्ट कर दें। डीसी ने ऑक्सीजन की सप्लाई के बारे में बताया कि जो ऑक्सीजन सप्लाई हमारे पास आती है उसका वितरण कोविड मरीजों के हिसाब से अस्पतालों में कर दिया जाता है। डीसी ने कहा कि बावल स्थित ऑक्सीजन रिफिल सैंटर पर सीसीटीवी कैमरें लगवा दिए गए हैं ताकि प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा सके। उन्होंने कहा कि सब कुछ पारदर्शी रहे इसके लिए कोविड का इलाज कर रहे अस्पतालों को व्टसएप गु्रप में शामिल किया गया है। हमारे पास कब ऑक्सीजन का टैंकर पहुंचेगा और कब तक रिफिल का कार्य होगा इस बारे सूचना व्टसएप ग्रुप में शेयर की जाती रहेगी। उन्होंने कहा कि जो स्टाक हमारे पास ऑक्सीजन का आया है उसे अस्पताल के संचालक ही सुनिश्चित कर लें कि किसको कितने सिलेंडर दिए जाने हैं। आईएमए के प्रधान डा. पवन गोयल ने बैठक में ही ऑक्सीजन सिलेंडरों के वितरण का रोस्टर बना दिया तथा इस पर हस्ताक्षर करके डाक्टरोंने अपनी सहमति भी जताई। डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन केवल 50 सिलेंडरों का स्टाक आपातकालीन स्थिति के लिए अपने पास रखेगा। इन 50 सिलेंडरों को भी एमरजेंसी में प्रयोग के लिए दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जरूरत के हिसाब से अस्पतालों की डिमांड पर ऑक्सीजन की सप्लाई अब तक दी जाती रही है और आगे भी देते रहेंगे। यहां यह भी बता दें कि आज चार एमटी ऑक्सीजन के स्थान पर 5 एमटी ऑक्सीजन केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व डीसी यशेन्द्र सिंह के प्रयास से रेवाड़ी जिला को मिली है। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि ऑक्सीजन की सप्लाई और भी बढ़वाई जाएगी।
ये हैं कोरोना एस थी्र पोर्टल पर अधिकृत अस्पताल
जिला रेवाड़ी में 22 अस्पताल एस थी्र पोर्टल पर अधिकृत हैं, जिनमें मार्श अस्पताल गढ़ बोलनी रोड़, देव ज्योति अस्पताल, मातिृका अस्पताल, शांति यादव अस्पताल, नागर अस्पताल, पुष्पांजलि अस्पताल, यदुवंशी अस्पताल, वेदांता अस्पताल, कत्याल अस्पताल, कमला नर्सिंग होम, आरबी यादव अस्पताल, शिव हार्ट सैंटर, विराट अस्पताल, उज्जल सिग्नस, मेडिओम अस्पताल धारूहेड़ा, ओम अस्पताल धारूहेड़ा, अपोलो अस्पताल, सुषमा अस्पताल, एसएमसीसी अस्पताल, कैप्टन नंदलाल अस्पताल, एसडीएच कोसली व सिविल अस्पताल शामिल हैं।
बैठक में डीएमसी दिनेश यादव, एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, एसडीएम बावल संजीव कुमार, एसडीएम कोसली होशियार सिंह, सीटीएम रोहित कुमार, डीडीपीओ एचपी बंसल, डीआरओ राजेश ख्यालिया, सीएमओ डा. स शील माही, डिप्टी सिविल सर्जन डा. विजय प्रकाश, एसएमओ डा. राजबीर, डीईटीसी प्रियंका यादव, प्रधान आईएमए डा. पवन गोयल सहित अन्य चिकित्सक भी मौजूद रहे।
कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बीती रात रेवाड़ी जिला को 12 हजार डोज की खेप प्राप्त हुई थी। रविवार को रेवाड़ी नागरिक अस्पताल, सैक्टर चार हुडा डिस्पैंशरी, धारूहेड़ा बावल व संगवाड़ी में टीकाकरण का कार्य किया गया। सोमवार से 23 सरकारी अस्पतालों जिनमें पीएचसी, सीएचसी शामिल हैं में टीकें लगवाए जा सकेंगे। टीकाकरण केन्द्रों पर एक दिन में सौ–सौ टीके ही लगाए जाएंगे। डिप्टी सिविल सर्जन व नोडल अधिकारी डा. अशोक ने बताया कि टीका लगवाने के लिए कुछ खाकर ही आएं।
रजिस्ट्रेशन और आईडी के बिना टीका नहीं लग सकेगा
सरकार द्वारा जारी पोर्टल या फिर आरोग्य सेतू एप के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के बिना टीका नहीं लगाया जाएगा। रजिस्ट्रेशन का प्रिंट और आधार कार्ड साथ लेकर जाना होगा। पंजीकरण के समय ही उनको अपॉइंटमेंट मिलेगा कि उनको किस सेंटर पर, कब और कितने समय के दौरान पहुंचना है। जिले में 18 से ऊपर और 45 से कम आयु के बीच के लोगों को टीके लगाए जाएंगे।