भारती इंटरनेशनल स्कूल बोड़ीया कमालपुर में महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर 300 महिलाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि, कोरोना योद्धा मनजीत यादव नर्सिंग ऑफिसर पीएचसी डहीना ने कहा कि किसी पुरुष में सहस्त्र हाथियों का बल होगा, पर एक औरत की ताकत और उसके त्याग के आगे तो शून्य ही हैं. भले ही समाज में इसे दुःख मिला हो, पर उस समाज की खुशहाली की इकलौती नींव एक नारी ही हैं.
महिला दिवस, एक ऐसा दिन जिसमे दुनिया भर की महिलाओं को सम्मान दिया जाता हैं, उनका गुणगान किया जाता हैं. कई देशों में इस दिन अवकाश भी रखा जाता हैं . और कई तरह से इस दिन को मनाया जाता हैं लेकिन क्या महिलाओं की स्थिति दुनियाँ के किसी भी देश में इतनी सम्मानीय हैं ? क्या महिलाएं अपने ही घर एवं देश में सुरक्षित हैं ? अधिकारों की बात क्या करे, जब सुरक्षा ही सबसे बड़ा विचारणीय मुद्दा हैं . ऐसे में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जैसे दिन समाज को दर्पण दिखाने के लिए महत्वपूर्ण हैं . माना कि एक दिन से महिला विकास संभव नहीं, लेकिन कहीं ना कहीं, यह एक दिन भी पूरी दुनियाँ को एक साथ इस ओर सोचने का मौका देता हैं, जो हर हाल में महत्वपूर्ण हैं . इसलिए इस एक दिन को छोटा समझ कर इसे भुलाने की गलती ना करें, बल्कि एकजुट होकर इस एक दिन को साकार बनाये, ताकि देश विदेश हर जगह महिला सशक्तिकरण की ओर कार्य किया जा सके. उन्होंने भारती इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन श्री पवन भारद्वाज की के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भारती इंटरनेशनल स्कूल में बेटों के साथ साथ बेटियों को भी समान दर्जा दिया जाता है और बेटियों को भी खेलों में, शिक्षा में, भारती इंटरनेशनल स्कूल के द्वारा उनका भविष्य बनाया जा रहा है। पवन भारद्वाज जी की बेटियों के प्रति जागरूक करने की व बेटियों को आगे ले जाने के लिए भारती स्कूल के चेयरमैन भारद्वाज जी ने भी अनूठी मिसाल कायम की है उन्होंने कहा कि पवन भारद्वाज जी के एक ही बेटी है भारती और उसी बेटी के नाम पर उन्होंने स्कूल का नाम भी भारती इंटरनेशनल स्कूल रखा है यह सभी अभिभावकों के लिए यह दर्शाता है कि बेटे से बढ़कर बेटियां होती हैं। इस अवसर पर सुनीता भारद्वाज चेयरमैन, पवन भारद्वाज एचओडी, एकता, अनीता प्रिंसिपल, ललित मोहन, अजय, विरेंदर, ज्योति व कुंड की सरपंच सोनिया गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे