रणघोष खास. देशभर से
बाजार में टमाटर की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंचने के बीच, देश के प्रमुख शहरों में टमाटर की कीमतें पेट्रोल से भी ज्यादा हो गई हैं। मुंबई और दिल्ली में पेट्रोल कीमत क्रमशः ₹106.31 और ₹96.72 प्रति लीटर है, लेकिन देश के इन दो सबसे बड़े महानगरों में टमाटर की कीमतें ₹140 प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई हैं।
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें: टमाटर की कीमत बढ़ने की वजह तेज गर्मी फिर अचानक तेज बारिश ने टमाटर उत्पादक राज्यों में उत्पादन को काफी प्रभावित किया। सिर्फ टमाटर ही नहीं अन्य सब्जियां भी प्रभावित हुईं हैं। लेकिन टमाटर की कीमत इतनी ज्यादा कभी नहीं बढ़ी, इसलिए इसकी चर्चा देशभर में ज्यादा है।
हालांकि टमाटर, अन्य सब्जियों के दाम बढ़ाने में बिचौलियों और आढ़तियों की भी भूमिका रहती है। किसानों को तो वही दो-चार रुपये का रेट मिलता है। इस वजह से उत्तर भारत और दक्षिण भारत के कई कस्बों में किसानों को टमाटर-आलू सड़कों पर फेंकते देखा गया है। सरकार बिचौलियों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है, जो मौसम और अन्य चीजों की आड़ लेकर कीमतें बढ़ा देते हैं। मई में हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) यानी खुदरा महंगाई तेजी से घटकर 4.25 प्रतिशत पर आ गई, जो 25 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। लेकिन बाजार की कहानी कुछ और है। सब्जी से लेकर तमाम वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। रसोई के लिए रोजमर्रा की वस्तुएं खरीदने वाले मध्यम वर्ग को यह चुभन महसूस हो रही है। लेकिन सरकार और रिजर्व बैंक महंगाई में कमी के दावे कर रहा है।