नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा से आए हजारों किसानों का छह दिनों से प्रदर्शन जारी है। ये किसान दिल्ली बॉर्डर पर लगातार डटे हुए हैं। इस बीच आज ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पहुंचे हैं। यहां वे इसी प्रदर्शन को लेकर बैठक कर रहे हैं।
ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब आज ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनों के नेताओं बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। तोंमर ने बताया कि अब यह बैठक एक दिसम्बर को राष्ट्रीय राजधानी स्थित विज्ञान भवन में दोपहर तीन बजे बुलायी गई है। उन्होंने बताया कि 13 नवम्बर को हुई बैठक में शामिल सभी किसान नेताओं को इस बार भी आमंत्रित किया गया है।
इधर, सरकार की ओर से वार्ता के लिए निमंत्रण के बाद सिंघु बॉर्डर पर किसान संगठनों की बैठक शुरू हो गई है। किसान नेता बलजीत सिंह महल ने कहा, ” केन्द्र का प्रस्ताव स्वीकार करें या नहीं, इस पर चर्चा के लिए हम आज एक बैठक कर रहे हैं। इस बैठक को लेकर किसान संगठनों की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। कॉन्फ्रेंस में किसान संगठन अपने फैसले से अवगत कराएंगे। इन नए कृषि कानूनों के बारे में किसानों को कहना है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा।
किसानों ने सोमवार को कहा था कि वे ”निर्णायक लड़ाई के लिए दिल्ली आए हैं और साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से उनकी ”मन की बात सुनने की अपील की थी।उन्होंने कहा कि उनकी मांगें पूरी होने तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
आंदोलन के चलते ट्रैफिक अलर्ट जारी
किसानों के आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट जारी किया है। किसान प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक मूवमेंट के लिए टिकरी बॉर्डर बंद है। सिर्फ दो पहिया वाहनों के लिए बादुसरी और झाटीखेड़ा बॉर्डर खुला है। हरियाणा जाने के लिए झारोदा, धानसा, दरौला, कपासहेड़ा, रजोकरी NH-8, बिजवासन, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। उधर, मुकरबा और जीटीके रोड से ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। अभी ट्रैफिक बहुत अधिक है।