किसान आंदोलन की चिंगारी अब नेशनल हाइवे दिल्ली- जयपुर की राजस्थान सीमा तक पहुंच गई है। काफी संख्या में राजस्थान से आ रहे किसानों को भारी पुलिस बल ने सीमा पर ही रोक लिया। गुस्साए किसान वहीं पर ही धरने पर बैठ गए। उधर बावल-84 ने 14 दिसंबर को महापंचायत बुलाई है। जिसमें किसानों के समर्थन में नेशनल हाइवे जाम करने पर निर्णय लिया जाएगा। किसानों को लेकर भारी पुलिस बल तैनात था। ऐसा लग रहा है कि नेशनल हाइवे पूरी छावनी में तब्दील हो गया है। राजस्थान एवं हरियाणा से काफी संख्या में किसान संगठन एकुजटता के साथ राजस्थान शाहजहांपुर से पैदल चले थे। जय जवान जय किसान आंदोलन की तरफ से राष्ट्रव्यापी भागेदार के तौर पर पहुंचे योगेंद्र यादव ने कहा कि देश की तीन सीमाओं को सील करने के बाद जब सरकार को किसान की आवाज सुनाई नहीं दी तो हमने दक्षिण हरियाणा की तरफ से चौथी दिशा को सील करने का निर्णय लिया। किसान शांतिपूर्वक ढंग से दिल्ली की तरफ आगे बढ़ रहे थे। पुलिस ने हमने आगे नहीं जाने दिया। हम वहीं धरने पर बैठ गए। इस मौके पर रेवाड़ी की तरफ से कामरेड राजेंद्र सिंह, भाकियू के जिला अध्यक्ष समे सिंह, कुलदीप सिंह बुढपुर, जय जवान जय किसान की तरफ से राजबाला यादव, समेत अनेक किसानों ने अपने स्तर पर भागेदारी निभाईं। कुल मिलाकर नेशनल हाइवे पर स्थिति तनावपूर्ण हो चुकी है। पुलिस प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं।