रणघोष अपडेट. बावल. धारूहेड़ा
संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में और और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के आह्वान पर राजस्थान, हरियाणा, गुजरात से पहुंचे काफी संख्या में किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर आंदोलित हैं। पिछले 3 दिनों से किसान जयपुर–दिल्ली हाईवे की शाहजहांपुर सीमा पर बैठे हुए हैं। किसान दिल्ली की ओर कूच करना चाहते हैं,लेकिन हरियाणा पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को सीमा पर ही रोका हुआ है,
जिसके कारण दिल्ली–जयपुर हाईवे तीन दिन से जाम है।सीमा पर बैठे आंदोलित किसानों का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है और राजस्थान व हरियाणा के सभी इलाकों से किसान शाहजहापुर की ओर कूच कर रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ से किसान ग्रामीण किसान संघर्ष समति के बैनर तले अपने दर्जर्नों ट्रेक्टर ट्रालियों के साथ पहुंचे। आंदोलित किसानों को सभी सामाजिक वर्गों का समर्थन मिल रहा है। आंदोलित किसानों को मंगलवार समर्थन देने के लिए रेवाड़ी जिले के वकीलों का एक प्रतिनिधि मण्डल पहुंचा।
समर्थन देने आए वकीलों ने मंच से घोषणा की है कि यदि किसान पर सरकार फर्जी केस दर्ज करती है तो वकील फ्री में किसानों की मदद करेंगे। देश भर के किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। कारपोरेट हितों के साथ खड़ी केन्द्र सरकार के विभाजनकारी तथा भटकाने वाली नीति का मुकाबला करते हुए किसान संघर्ष बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आंदोलन में शामिल होने के आते हुए दो किसान साथियों की दुर्घटना में किसान गोल्डी और लाभ सिंह की मृत्यु हो गई,उन्हें शोकसभा करके दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। आंदोलित किसानों की सभा को बीजू कृष्णन, दीप्सिता धर, राधेश्याम शुक्लवास, जयेश पटेल, राजबाला यादव,अरुण मेहता, रणजीत सिंह राजू, कालूराम मीणा, अनीता यादव, चिराग पटेल, अधिवक्ता मंनेन्द्र सिंह,विशाल यादव, प्रवेश हरित, राजेन्द्र सिंह, ललिता भारती, तेज बहादुर यादव ,का.अमराराम और योगेन्द्र यादव आदि नेताओं ने संबोधित किया। सभा का संचालन डॉ.संजय माधव, राजीव गोदारा और राजू जाट कर रहे थे।