रणघोष अपडेट. हरियाणा- देशभर से
कृषि क़ानूनों के मसले पर ख़ासी मुखर कांग्रेस आज देश भर में राज्यपालों के आवास (राजभवन) का घेराव कर रही है। दिल्ली में इसकी अगुवाई कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कर रहे हैं। यह प्रदर्शन राज्यों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेशों में भी हो रहा है। कांग्रेस लगातार कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग कर रही है। राहुल गांधी ने एक बार फिर कहा है कि सरकार को ये क़ानून वापस लेने ही होंगे। गुरूवार को मदुरै पहुंचे राहुल ने कहा कि वे किसानों के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। राहुल ने कुछ दिन पहले कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पार्टी नेताओं के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात कर उन्हें दो करोड़ हस्ताक्षर और एक ज्ञापन भी सौंपा था।ज्ञापन में इन तीनों कृषि क़ानूनों को तुरंत निरस्त करने की मांग की गई थी और इन्हें किसान, कृषि और ग़रीब विरोधी बताया गया था। कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा था कि इन कृषि क़ानूनों को अध्यादेश के जरिये थोपा गया और यहां तक कि जानबूझकर देश की संसद को दरकिनार किया गया।
हुड्डा, शैलजा के नेतृत्व में जुटे कांग्रेसी
किसान आंदोलन से प्रभावित राज्य हरियाणा में भी कांग्रेस ने राजभवन का घेराव किया है। हरियाणा में सरकार चला रही बीजेपी-जेजेपी के विधायकों में किसान आंदोलन के कारण खलबली है और उन्हें हर जगह किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया। कुमारी शैलजा का कहना है कि सरकार कृषि क़ानूनों को रद्द करने के बजाए बातचीत का नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक 60 से ज़्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। हुड्डा ने कहा कि इस कठिन वक्त में कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और उनकी हरसंभव मदद कर रही है।