पिछले दो महीनों से दिल्ली के विभिन्न सीमाओं में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस दौरान यहां अलग-अलग कारणों से कई किसानों ने अपनी जान गंवा दी। इस बीच एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि लुधियाना के चार किसानों के परिवारों को पांच लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए हैं। इस बार्डर में ठंड और बारिश के कारण हजारों किसान प्रभावित हुए है जिसमें मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान शामिल हैं। आंदोलन में भाग लेने वाले कई किसानों की मौत दिल के दौरे और सड़क दुर्घटनाओं सहित विभिन्न कारणों से हुई है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से किसानों को मुआवजा
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के निर्देश पर, लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि किसानों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है, जिन्होंने दुर्भाग्य से इस प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवाना पड़ा। उन्होंने कहा अब तक लुधियाना जिले के पांच किसानों ने आंदोलन में भाग लेते हुए अपनी जान गंवाई है। जिन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजे की राशि मुहैया कराई गई है।
किसानों का आरोप
किसान समूहों ने आरोप लगाया है कि तीन कृषि कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और मंडी खरीद प्रणाली को समाप्त कर देंगे और किसानों को बड़े कॉर्पोरेट की दया पर छोड़ देंगे भले ही सरकार ने इन आशंकाओं को गलत माना हो। इन कानूनों के निरस्त होने तक किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त करने से इनकार कर दिया है।