किसान अडिग, संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत कर सरकार निकाले समाधान
केंद्र और हरियाणा सरकार कोरोना की आड़ में किसानों पर निशाना साधने से बाज आये। यह चेतावनी दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान 40 के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए सरकार को दी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद भाजपा के तमाम बड़े नेता विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में बड़ी बड़ी रैलियों में भाषण दे लोगों में संक्रमण फैलने का न्यौता दे रहे थे और विडंबना है कि आज दोषारोपण किसानों पर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करने की साजिश रच रही है जो सहन नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि देश भर में कोरोना को लेकर हालात बेहद गंभीर हैं। मरीजों को पर्याप्त दवाई और ऑक्सिजन नहीं मिल पा रही है और देश के हर कोने से हर पल उपचार के अभाव में मरीजों के दम तोड़ने की खबर आ रही हैं जिसके लिए पूरी तरह से सरकारें दोषी हैं। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावों की बजाए इस महामारी को रोकने पर ध्यान देते तो ऐसे विकट हालात नहीं बनते। विषम परिस्थितियों होने के बाद भी किसान अपने मोर्चे पर अडिग हैं। जब तक तीनों काले कानून रद्द होने के साथ एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। कितलाना टोल पर धरने के 123वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, बिजेंद्र बेरला, धर्मबीर समसपुर, मंगल सुई, रणधीर कुंगड़, हरबीर सांगवान, सुभाष यादव, प्रेम कितलाना, रतन्नी देवी, मास्टर राजसिंह ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार की हठधर्मिता छोड़कर अविलंब संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाना चाहिए ताकि बना हुआ गतिरोध टूट सके। उन्होंने कहा कि सरकार यूं ही जिद पर अड़ी रही तो किसान कठोर कदम उठाने पर विवश होंगे।
धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर चहल खाप से सतबीर चहल, सुरजभान सांगवान, रणधीर धिकाड़ा, जागेराम डीपीई, मास्टर ताराचन्द चरखी, कृष्णा छपार, निर्मला पांडवान ,शबीर हुसैन, सुबेदार सतबीर सिंह, महेन्द्र धानक, सत्यवान कालूवाला, सुरेन्द्र कुब्जानगर, मीर सिंह नीमड़ीवाली, नन्दराम घिकाड़ा, सुबेदार मीर सिंह कादियान इत्यादि मौजूद थे।