देश में कोरोना संकट के बीच कुंभ मेले के आयोजन के लिए मोदी सरकार आलोचनाओं के बीच अब प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने संतों से प्रार्थना की है कि कुंभ अब प्रतीकात्मक तौर पर ही जारी रखा जाए। उन्होंने कहा है कि उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कुंभ को प्रतीकात्मक रखे जाने पर कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में ताक़त मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इसको लेकर शनिवार सुबह ट्वीट किया है। हालाँकि अभी यह साफ़ नहीं है कि कुंभ को प्रतीकात्मक किया जाएगा या नहीं। ऐसा इसलिए कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा करने का आदेश नहीं दिया है। उन्होंने ख़ुद लिखा है कि उन्होंने प्रार्थना की है। इसका मतलब है कि यदि संत मानेंगे तभी यह हो पाएगा। प्रधानमंत्री मोदी की यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब देश में कोरोना संक्रमण के मामले हर रोज़ अब 2 लाख से ज़्यादा आने लगे हैं और ये लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अधिकतर राज्यों में रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी पड़ने की शिकायतें आ रही हैं। एक दिन पहले ही ऑक्सीज़न की आपूर्ति को लेकर प्रधानमंत्री ने बैठक की थी। और इसी बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ का भी आयोजन किया जा रहा है जहाँ लाखों लोग इकट्ठे हुए हैं।
कोरोना के संक्रमण के बीच कुंभ मेले के आयोजन को लेकर उत्तराखंड सरकार के साथ ही मोदी सरकार और बीजेपी की काफी आलोचना हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि इसमें शामिल हुए लोग कोरोना के सुपर स्प्रेडर साबित हो सकते हैं। कुंभ मेले में मास्क पहनने में लापरवाही और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने की तसवीरें सामने आई हैं। लेकिन राज्य की तीरथ सिंह रावत सरकार दावा करती है कि वह कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन करवा रही है।