एक तरफ देश और दुनिया कोरोना वैक्सीन के इंतजार में हैं तो दूसरी तरह कोरोना लोगों में और भी अन्य रोगों को जन्म दे रहा है। हाल ही में दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों ने कोविड-19 रोगियों में एक दुर्लभ फंगल संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी है। अगर ये इंफेक्शन जल्द नहीं पता लगा तो संक्रमण -ब्लैक फंगस कहे जाना वाला म्यूकोर्मोसिस रोगी को अधमरा कर सकता है। आंखों की रोशनी और जबड़ों के लिए भी ये खतरनाक है।
सर गंगा राम अस्पताल में बीत 15 दिनों में इस ब्लैक फंगस के 10 मामले सामने आए हैं। इनमें कुछ कोरोना मरीज हैं और कुछ जो कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद ठीक हो चुके हैं। आम तौर पर अस्पताल के पास साल भर में इस तरह के केवल 5 मामले आते हैं।
सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. शालू बगेजा ने कहा कि किसी भी फंगल इंफेक्शन की तरह, Mucormycosis डायबिटीय, किडनी रोगी, या किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके ज्यादातर कम इम्यूनिटी वाले रोगियों में होता है। कई कोविड-19 रोगियों को स्टेरॉयड और अन्य दवाएं दी जाती हैं जो उनकी इम्यूनिटी को और कम कर सकती हैं।
भारत में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 22,065 नए मामलों के साथ, भारत के कुल कोरोना मामले 99,06,165 हो गए हैं। इसके अलावा 354 नई मौतों के साथ मरने वालों का आंकड़ा अब 1,43,709 पहुंच गया है। मामलों में वृद्धि के साथ, सक्रिय मामलों की कुल संख्या 3,39,820 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में 34,477 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है इसके साथ अभी तक कुल 94,22,636 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
सोमवार के बाद मंगलवार को भी सबसे कम मौतों की संख्या दर्ज की गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले हफ्ते भर में, भारत में अभी तक के सबसे कम कोविड-19 के मामलें दर्ज किए हैं। पिछले 7 दिनों में सबसे कम दैनिक मामलें और दैनिक मौतें दर्ज की गई हैं।