आक्सीजन की कमी से विराट अस्तपाल में चार मरीजों ने दम तोड़ा, प्रबंधन कहा हालात बेकाबू, हमें तुरंत सिलेंडर चाहिए
– इस बात का पता लगाया जा रहा है कि मौत की असल वजह क्या है। अगर अस्पताल ने क्षमता से अधिक मरीज भर्ती कर लिए और संभालना मुश्किल हो रहा था या फिर समय पर सिलेंडर की सप्लाई नहीं हो पाईं।
वहीं हुआ जो दिल्ली राजधानी समेत अनेक देश के बड़े शहरों में हो रहा था। रविवार को रेवाड़ी शहर के विराट अस्पताल में आक्सीजन की कमी से चार मरीजों ने दम तोड़ दिया। 5 से ज्यादा गंभीर हालत में हैं। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि हालात बेकाबू हैं। हमें सिलेंडर नहीं मिल रहे हैं। अगर समय पर यह सुविधा नहीं मिली तो अनेक मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी। यह कोरोना काल में रेवाड़ी की अभी तक की सबसे बड़ी घटना है। प्रशासन इस मामले की भी जांच करने में जुटा है कि अस्पताल ने जरूरत से ज्यादा मरीज तो भर्ती नहीं कर लिए। उधर अस्पताल प्रबंधन का यह भी कहना है कि अगर हमने आस पास क्षेत्र के मरीजों को जरूरत से ज्यादा भर्ती कर भी लिए तो उनकी जान बचाने के लिए हमने मानवता का फर्ज निभाया है। आक्सीजन उपलब्ध कराना प्रशासन का काम है। अस्पताल में इस समय 117 मरीज भर्ती है। शनिवार रात को 100 सिलेंडर आए थे। रविवार दोपहर 35 सिलेंडर ओर आए हैं जबकि इसका आवश्यकता डबल है। एक वेनटिलेटर पर एक सिलेंडर 30 से 35 मिनट तक आक्सीजन दे सकता है। अस्पताल के यूनिट हैड प्रताप यादव ने कहा कि हमने रविवार दोपहर 3 बजकर 40 मिनट पर प्रशासन को अवगत करा दिया है। सिलेंडर की कमी से मरीजों की जान को खतरा हो गया है। बिना सिलेंडर हम कुछ नहीं कर सकते। हम लगातार सिलेंडर को लेकर प्रशासन से अपील कर रहे हैं। उधर मरीजों की मौत के बाद सरकुलर रोड पर जाम लग गया। प्रशासन की तरफ से पुलिस बल और अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि मौत की असल वजह क्या है। अगर अस्पताल ने क्षमता से अधिक मरीज भर्ती कर लिए और संभालना मुश्किल हो रहा था या फिर समय पर सिलेंडर की सप्लाई नहीं हो पाईं। कुल मिलाकर इस घटना ने अब बहुत बैचेन कर दिया है।