कोरोना संक्रमण 48,648 नए मामलों के साथ, भारत में कुल मामले 80,88,851 हो गए हैं। दैनिक आंकड़े का 50 हजार से नीचे होना राहत की बात है। इधर, 563 नई मौतों के साथ, मरने वालों का आंकड़ा 1,21,090 हो गया है। पिछले 24 घंटे में 9301 की कमी के बाद कुल सक्रिय मामले 5,94,386 हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में 57,386 नए डिस्चार्ज के साथ कुल ठीक होने वाले मामले 73,73,375 हैं।
बता दें कि भारत के साथ पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का कहर अब भी बना हुआ है। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक कोरोना से मुक्ती पाना असंभव-सा नजर आता है। इसलिए पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन के लिए खोज शुरू हो चुकी हैं। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों का आंकड़ा 4.5 करोड़ के पार पहुंच चुका है और कोरोना से होने वाली मौतें 1.1 करोड़ के आंकड़ों को पार कर चुकी हैं। अमेरिका को सबसे ज्यादा कोरोना की मार पड़ी जहां एक करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हुए और दूसरे नंबर पर भारत जहां कोरोना का आंकड़ा 80 लाख तक पहुंच गया है।
कोरोना वैक्सीन की बात करें तो हाल ही में आए अपडेट के अनुसार ब्राजील का कहना है कि वो जून 2021 तक वैक्सीन के आने की उम्मीद कर रहा है और रूस ने अस्थायी रूप से नए वॉलिंटिय्स को अपने ट्रायलों में रोक दिया है।
इधर, भारत ने कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए ब्रिटेन के साथ एक नया समझौता किया है। 10वें भारत-ब्रिटेन इकोनॉमिक एंड फाइनेंशियल डायलॉग के हिस्से के रूप में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया। संयुक्त वित्त पोषण के साथ भारत व ब्रिटेन के बीच करार हुआ। इसके जरिए कोविड-19 की गंभीरता को समझने पर केंद्रित सहयोगात्मक अनुसंधान को मदद मिलेगी।
भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय में यूके रिसर्च एंड इनोवेशन (यूकेआरआई) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने कहा कि उनके सहयोगी अनुसंधान, उन अनुसंधान परियोजनाओं का समर्थन करेंगे, जो दोनों अलग-अलग देशों में संबंधित जातीय समूहों के अध्ययन के माध्यम से महामारी को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके जरिए अनुसंधान के क्षेत्र को आगे बढ़ाने में काफी सहयोग मिलेगा। जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉ. रेणु स्वप्न ने कहा, यह संयुक्त कार्यक्रम भारत-ब्रिटेन अनुसंधान सहयोग की मजबूत नींव पर आधारित है।