गांव खिजुरी में जनस्वास्थ्य विभाग के अधीनस्थ काम करने वाले ठेकेदारों की कोताही से पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। गांव में केंद्र- राज्य सरकार की योजना के तहत नए सिरे से पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य चल रहा था। कार्य पूरा हो गया था। इस दौरान ग्रामीणों ने किसी तरह पीने के पानी और पशुओं के लिए व्यवस्था कर ली थी। ग्रामीण सुनील कुमार, धर्मबीर, सिंटू, अनिल कुमार, विजयपाल, बाबूलाल, पोप सिंह, धनीराम, रमेश कुमार, चिराग, सावित्री देवी, रामबती, रूकमणि, ताराबती, मंजू समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने कहा कि पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य पूरा हो गया है लेकिन आज तक उन्हें पीने का पानी नसीब नहीं हुआ है। मजबूरी ने उन्हें पानी के टैंकर मंगाकर किसी तरह काम चलाना पड़ रहा है। इस बारे में पाइप लाइन बिछाने का काम करने वाले ठेकेदार एवं कर्मचारियों से अनुरोध किया लेकिन उन्होंने कोई परवाह नहीं की। हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पानी के संकट में ग्रामीणों की भीड़ पानी के लिए पानी के टैंकर के आस पास एकत्र होने को मजबूर है। इससे कोरोना वायरस फैलने का डर भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि एक तरफ वे पीने के पानी को तरस रहे हैं दूसरी तरह यह महामारी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे में पीने के पानी की सप्लाई बहाल नहीं हुई तो वे धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे।