गुरु गोरखनाथ नाथ सम्प्रदाय के अति मान्य और सिद्ध योगी हुए तथा जाहरवीर गोगा पीर गुरु गोरखनाथ के प्रमुख शिष्यॊं में प्रमुख रहे | इन दोनों सिद्ध महापुरुषॊं ने ना केवल नाथ सम्प्रदाय को प्रेरणादायी व मार्गदर्शक सम्प्रदाय बनाया बल्कि अपने उपदेशों गतिविधियों व सुकृत्यों से समाज को नई दिशा दी | सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने शनिवार को गांव गोमला में ठाकुर बनीसिंह नबरदार की स्मृति में गुरु गोरखनाथ व जहारवीर गोगा पीर की मूर्तियोँ के उद्घाटन अवसर पर यह बात कही | इस अवसर पर महंत बृजदास भी मौजूद थे | मूर्तियोँ व मन्दिर का निर्माण ठाकुर बनीसिंह के पुत्र गणपत सिंह व कुलदीप सिंह ने करवाया | इस अवसर पर राव जयदयाल ,बलवन्त यादव, करतार सिंह, सुरेन्द्र राजपूत, संदीप गोमला ,बीरेन्द्र सरपंच मोहल्डा, सूरजपाल, प्रदीप शर्मा, श्याम लाल, सुधीर, हिमांशु, सुरेश कुमार लाला व श्रवण कुमार आदि मौजूद थे | इस मौके पर महाशय मेघसिंह व संदीप महाशय की पार्टी ने लोगों का सत्संग से मनोरंजन किया |