सरकारी स्कूल अब न केवल पढ़ाई में अपितु भौतिक सुविधाओं में भी प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने लगे हैं। रेवाड़ी से सटे चाँदावास गांव के सरकारी स्कूल की सुंदरता तो वहां से गुजरने वाले हर राहगीर को मोहित करती ही है साथ ही यह स्कूल विभिन्न सुविधाओं से संपन्न है। यहां विभाग द्वारा कंप्यूटर लैब स्थापित की गई है जो कि राज्य भर के चुनिंदा मिडिल स्कूलों में से एक है । इसके साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा यहां पर स्मार्ट क्लासेज के लिए डिजिटल बोर्ड लगाए गए हैं जिससे शिक्षण सरल व रुचिकर बनता है। कोरोना की महामारी के कारण ऑनलाइन शिक्षण के लिए विद्यालय में नेटवर्क की समस्या रहती थी। इसी के चलते यहां कार्यरत अंग्रेजी अध्यापक डॉ. बिरेंद्र सिंह ने ग्राम पंचायत व बीबीएनएल के अधिकारियों से संपर्क कर बीबीएनएल का कनैक्शन लगवाकर इंटरनेट की समस्या का हल करवाया। बीबीएनएल का इंटरनेट एक साल के लिए बिल्कुल फ्री लगाया गया है। इससे अब विद्यालय में नेटवर्क की समस्या हल हो गई है और बच्चों का ऑनलाइन शिक्षण भी सुचारू रूप से चल रहा है। मुख्याध्यापक सुरेश कुमार ने बताया कि बीबीएनएल के इंटरनेट की स्पीड काफी अच्छी है जिससे न केवल विभागीय काम समय पर हो रहे हैं अपितु विद्यालय में स्मार्ट क्लासेज के लिए डिजिटल बोर्ड का भी पूरा लाभ बच्चों को मिल पा रहा है।