बाजार बंद रहने के साथ–साथ वाहनों के पहिए भी थमें रहे
वकीलों ने निकाला विरोध जुलुस
जिला मुख्यालय की मांग को लेकर महेंद्रगढ में पिछले लंबे समय से किये जा रहे आदोंलन का मंगलवार को चक्का जाम कर सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन किया। कनीना बार सद्स्यों के आव्हान पर बस स्टैंड, मंडी रोड़, रेवाड़ी रोड़, महेंद्रगढ रोड़ सहित बाजार बंद रहा। वाहनों की गति पर भी ब्रेक लगा रहा। सभी अधिवक्ताओं ने एसडीएम कार्यालय से वरोध जुलुस प्रांरभ किया जो सिहोर मोड़,अटेली रोड़, रेवाड़ी मोड़ व मंडी होते हुये अम्बेडकर चौक पंहुचा। इस दौरान सडक़ पर वाहनों की कतारेंं लग गई। वकीलों ने अपना हक लेकर रहेगें के नारे को बुलंद किया। बार प्रधान कुलदीप रामबास ने कहा कि महेंद्रगढ में जिला मुख्यालय की स्थापना को लेकर महेंद्रगढ के वकीलों व सामाजिक संगठनों की ओर से लगातार धरना दिया जा रहा है। उनके समर्थन में कनीना के अधिवक्ताओं व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी अपना योगदान देकर 12 जनवरी के पूर्व प्रस्तावित बंद को सफल बनाया है। इस बारे में उनकी अध्यक्षता में सोमवार को बैठक कर बंद की रणनीत तैयार की थी। जिसमें अधिवक्ताओं के अलावा स्टेनों, स्टांप वेंडर, वसिका नवीस भी शामल रहे थे। उन्होंने मंगलवार को महेंद्रगढ बंद में पूर्ण समर्थन देने का वादा किया। उनके मुताबिक महाचक्का जाम किया गया। महेंद्रगढ के साथ–साथ कनीना भी बंद रहा। उन्होंने नपा चेयरमैन सतीश जेलदार, नगर पार्षदों सहित समाज के सभी वर्गों से सहयोग लिया। महेंद्रगढ को जिला मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर वकील पिछले लंबे समय से धरने पर बैठे हुये हैं। कुलदीप यादव ने कहा कि ये केवल नाम का जिला महेंद्रगढ है, जबकि इसके जिला स्तर के सभी कार्यालय नारनौल में स्थित हैं। महेंद्रगढ जिले को अपना हक दिलवाने के लिये उनकी ओर से संघर्ष किया जा रहा है। जब तक सरकार इसे जिला घोषत नहीं कर देती तब तक उनका आदोंलन जारी रहेगा। अधिवक्ताओं ने बाजार घूमकर जुलुस निकाला। शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिये दिनभर पुलिस कर्मचारी भी मुस्तैद रहे। इस मौके पर अधिवक्ता ओपी यादव, राजेश कनीनवाल, संदीप सिंह, अखिल अग्रवाल, वीरेंद्र दीक्षित, राजेंद्र सिंह, हरीश यादव, विक्रम सिंह, पवन कुमार,पवन शर्मा, योगेश गुप्ता, सुनील यादव, राकेश यादव, संदीप सिंह, सोनू कुमार, जतेंद्र तंवर, रविंद्र बंसल सहित अन्य गणमान्यजन हाजिर थे।