बिखरती परपंरागत- परिवारवाद राजनीति में तेजी से उभरता चेहरा अमन एम सिंह
अमन की पहचान पिछले 7 सालों में पर्दे के पीछे रहकर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश राज्यों में हुए चुनाव में इलेक्शन मैनेजमेंट के तौर पर लगभग सभी बड़ी राजनीतिक पार्टी एवं बड़े असरदार नेताओं को चुनाव जीताने में एक सफल रणनीतिकार के तौर पर रही है।
रणघोष खास. रेवाड़ी से
देश की परिवारवाद ओर परपंरागत राजनीति में तेजी से होते बिखराव ने ऐसे युवाओं के लिए मजबूत जमीन तैयार कर दी है जो पूरी प्रबंधन नीति ओर विकास के शानदार विजन के साथ मैदान में उतरने जा रहे हैं। जिला रेवाड़ी के सबसे बड़े गांव डहीना के 37 वर्षीय अमन एम सिंह पिछले चार- पांच माह के दौरान हुए पंचायती राज चुनाव व अन्य राजनीति गतिविधियों में अपनी अलग कार्यप्रणाली के चलते अच्छी खासी सुर्खियां बटोर रहे हैं। कहने को अमन एम सिंह क्षेत्र की राजनीति में उभरता नया चेहरा है लेकिन उसके पिछले 7 साल की यात्रा पर गौर करे तो यह युवा 2014 से आज तक महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश राज्यों में हुए चुनाव में इलेक्शन मैनेजमेंट के तौर पर लगभग सभी बड़ी राजनीतिक पार्टी एवं बड़े असरदार नेताओं को चुनाव जीताने में अपनी रणनीति में काफी हद तक कामयाब रहा है। पांच माह पहले तक इस युवा की जिले में कोई विशेष पहचान नहीं थी। बस गांव डहीना निवासी दादा जयपाल के भतीजे के तौर पर एक सीमित लोग जानते थे। इसकी वजह भी स्पष्ट है। अमन अभी तक राजनीति में पर्दे के पीछे रहकर अपनी जिम्मेदारी को निभाते रहे हैं। पिछले एक माह के दरम्यान उसने अब यह पर्दा हटा दिया है। अमन के पिता श्रीमनपाल सिंह सेक्शन आफिसर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। माता अस्मिता 2016 में गांव डहीना में सरपंच चुनाव में महज 100 से भी कम वोटों से पीछे रह गईं। अमन का छोटा भाई रमन आईटी कंपनी में ओर पत्नी हीना टूरिज्म का बिजनेस संभाल रही है। कुछ माह पहले हुए पंचायती चुनाव में अमन ने अपने ताऊ जयपाल सिंह के जिला पार्षद चुनाव को महज कुछ दिनों में सबसे हॉट बनाकर जिला प्रमुख के समीकरणों को पूरी तरह से बदलकर रख दिया था। जिसके चलते यह युवा चर्चा में आ गया। आस पासं गांवों के युवाओं ने अमन को सार्वजनिक तौर पर राजनीति में आने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। अमन को लगा अब सही समय आ गया है । सबसे पहले उसने नवकिरण महासंघ संगठन बनाया जिसमें तेजी से जिले के गांवों एवं शहर के युवाओं की फौज जुड़ती जा रही है। अमन एम सिंह अभी तक राजनीतिक पार्टियों और प्रत्याशियों के लिए चुनाव जीतने की रणनीति बनाकर उन्हें जमीनी स्तर पर मजबूत करते रहे हैं। इलेक्शन या पालिटिक्स मैनेजमेंट में बूथ मैनेजमेंट, पीआर, ग्राउंड रिसर्च, कम्युनिकेशन, इवेंट्स मैनेजमेंट, डॉक्युमेंटेशन, मीडिया मैनेजमेंट, सोशल मीडिया और आउटरीच आदि प्रोग्राम्स का मैनेजमेंट करना उसकी विशेषता रही है। ये देखना अब बड़ा ही दिलचस्प होगा कि यह युवा राजनीति के इस मैदान में भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी या किसी अन्य पार्टी के साथ मिलकर अपनी शुरूआत करेगा या फिर अलग इरादों के साथ।