> सजरे और टैब के साथ डीसी ने किया मिलान
> फिजिकल वैरिफिकेशन के लिए डीसी यशेन्द्र सिंह दूर तक चले खेत में
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने वीरवार को बावल व भाड़ावास गांव के खेतों में पहुंचकर फसल की राजस्व विभाग द्वारा की गई गिरदावरी की पड़ताल की। इस दौरान उनके साथ एसडीएम बावल संजीव कुमार, जिला राजस्व अधिकारी विजय यादव, तहसीलदार मनमोहन सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए गिरदावरी रिकार्ड का खेतों में खड़ी फसल के साथ मिलान किया। डीसी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है, इसलिए यह कार्य बिल्कुल सही होना चाहिए। डीसी ने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रत्येक फसल चक्र रबी व खरीफ की फसल की गिरदावरी की जाती है। इसके लिए ई-गिरदावरी प्रणाली अपनाई जाती है। पटवारी सजरे से किला नंबर देखकर आसानी से टैब में फसली ब्यौरा एकत्रित करते है। जिसकी जांच पडताल तहसीलदार व पटवारी सहित उच्च अधिकारी द्वारा की जाती है। डीसी ने कहा कि एकत्रित आकडो के आधार पर फसल की खरीद भंडारण सहित अन्य किसान हितेषी नीति बनाने में मदद मिलती है। डीसी ने कहा कि सभी किसानों को ऑनलाइन अपनी फसलों का ब्यौरा भरते समय सही जानकारी देनी चाहिए।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा जो किसानों द्वारा पोर्टल पर अपलोड किया उसकी फिजिकल वैरिफिकेशन के लिए उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने मिसमैच पाए गए मेरी फसल मेरा ब्यौरा के विवरण को सजरा से मिलान किया तथा टैब पर अपलोड किया गया विवरण जांचा। उपायुक्त ने मौके पर पटवारी के सजरे से फसल का मिलान किया तथा मिसमैच को खसरा से मिलान किया। उपायुक्त ने गिरदावर व पटवारी द्वारा की गई गिरदावरी की पडताल की भी जांच की। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह आज सुबह-सुबह सूर्य उदय होते ही खेतों में पहुंचे तथा फिजिकल वैरिफिकेशन करने के लिए दूर खेत में कई किल्ले पैदल चले। डीसी यशेन्द्र सिंह को जहां कहीं भी शंका नजर आई वहीं पर सजरा व टैब से मिलान किया।