पंचायत समिति की भूमि पर बनी 154 दुकानों के टूटने के अंदेशे से दुकानदारों की और से दिया जाने वाला धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। उनकी ओर से सभी दुकानें बंद करके धरना दिया जा रहा है। लघु सचिवालय व उपमंडल स्तरीय न्यायालय भवन निर्माण प्रारंभ होने से पूर्व शुरू किये गये इस धरने को लेकर जिला प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में है। दुकानों के टूटने की संभावना के चलते दुकानदारों द्वारा बीते समय हाई कोर्ट में वाद दायर किया था जिसकी सुनवाई 8 मार्च को निर्धारित है। एसडीएम कार्यालय के सामने दिये जा रहे धरने को लेकर नपा प्रशासन की ओर से उन्हें दूसरी जगह पर कांॅपलेक्स तैयार कर दुकानें अलाट करने का आश्वासन दिया जा चुका है जिसे दुकानदार मानने को तैयार नहीं हैं। लघु सचिवालय, न्यायालय व अधिकारियों के रिहायशी भवन आदि बनाये जाते हैं तो देर-सवेर दुकानें टूटना तय माना जा रहा है,इन दुकानों के पीछे सैंकडों परिवारों की रोटी चल रही है। दुकानदार सरकार को रोजगार देने वाली मानते हैं, छीनने वाली नहीं। नेताजी मैमोरियल क्लब में एकत्रित होकर धरना सल पर आये दुकानदारों ने कहा कि उनकी दुकानों को बचाकर उपरोक्त भवनों का निर्माण करवाया जाये। इस मौके पर रूपचंद, दिनेश कुमार, चंचल कुमार, मुकेश कुमार, शेरसंह, नारायण सिंह, अशोक कुमार, प्रभु दयाल, संतलाल, हंसराज, दर्शन कुमार,विजय कुमार, ओमप्रकाश, सुमेर सिंह, अमन कुमार, सुरेश कुमार, बाबुलाल, महेश कुमार, रामौतार, बजरंग लाल, अलकेश, योगेश कुमार, बहादुर सिंह, नवीन कुमार, अजीत सिंह, भीम सिंह, राजेश कुमार, औमप्रकाश, पवन शर्मा, वेदप्रकाश सहित अन्य दुकानदार हाजिर थे।