केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर दिसंबर माह में कोरोना वैक्सीन को देश भर में पहुंचाने और उसे लोगों को लगाने का ढांचा तैयार कर लेगी। इसके लिए सरकार के विभिन्न मंत्रालय मंत्रालयों में भी तैयारी शुरू हो गई है जो अपने-अपने स्तर पर इस काम में शामिल होंगे। कोल्ड स्टोरेज चेन से लेकर वैक्सीन को पहुंचाने के सारे इंतजाम किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में वैक्सीन तैयार करने में जुटे तीन प्रमुख संस्थानों का दौरा कर वहां पर इनकी प्रगति की जानकारी ली है। प्रधानमंत्री की सक्रियता के साथ गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वैक्सीन को लेकर प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी हैं। क्योंकि देश और विदेश में जो वैक्सीन तैयार हो रही हैं उनके अलग-अलग मानक हैं। उनको अलग-अलग तापमान पर भंडारण की जरूरत है। ऐसे में सभी तरह के की स्थितियों के अनुसार भंडारण और लोगों तक पहुंचाने के की तैयारी की जा रही है। भारत में तैयार हो रही वैक्सीन को उतने कम तापमान की आवश्यकता नहीं है जो विदेशों में तैयार हो रहे वैक्सीन के लिए जरूरी है।
सूत्रों के अनुसार ट्रायल के विभिन्न चरणों से गुजर रही वैक्सीन के जनवरी माह में उपलब्ध होने की संभावना है। ऐसे में सरकार की कोशिश अगले साल के शुरुआती तीन महीनों में हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की है। इसके लिए दिसंबर माह सबसे अहम है, जिसमें सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाने के साथ वैक्सीन के मरीजों पर ट्रायल बढ़ाने और उसे देशभर में पहुंचाने का ढांचा तैयार कर रही है।
केंद्र सरकार के लगभग आधा दर्जन मंत्रालय भी इसमें जुड़े हुए हैं। गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ संचार, डाक, कृषि, रेल, सड़क परिवहन जैसे मंत्रालयों की भी इसमें खासी भूमिका रहेगी। सूत्रों के अनुसार अगर वैक्सीन जनवरी माह में उपलब्ध होती है तो सरकार मार्च तक इसे हर व्यक्ति तक पहुंचाने की कोशिश करेगी। हालांकि यह वैक्सीन के निर्माण पर भी निर्भर करेगा।