लंबे समय तक साथ रही बीजेपी और शिवसेना के नेताओं में जुबानी जंग लगातार जारी है। शिवसेना संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि देश को जब भी जरूरत होगी उनकी पार्टी हिंदुत्व का तलवार भांजते हुए आगे आ जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह और उनकी पार्टी हमेशा हिंदुत्ववादी थी और रहेगी।
शिवसेना नेता ने एएनआई से कहा, ”हमें हमारा हिंदुत्व सर्टिफिकेट किसी पार्टी से लेने की जरूरत नहीं है। हम हिंदुत्ववादी थे, हैं और हमेशा रहेंगे। हम उनकी तरह हिंदुत्व राजनीति नहीं करते हैं। जब भी देश को हमारी जरूरत होगी, शिवसेना हमेशा हिंदुत्व का तलवार लहराते हुए आगे आ जाएगी।”
यह पहली बार नहीं है जब राउत ने हिंदुत्व को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। 16 नवंबर से महाराष्ट्र सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों को दोबारा खोले जाने की घोषणा के बाद बीजेपी ने इस कदम को हिंदुत्व की जीत बताया था। राउत ने रविवार को कहा, ”यह किसी की जीत या हार नहीं है।” शिव सेना नेता ने पार्टी पर यह कहते हुए निशाना साधा कि इन्हें (धार्मिक स्थलों को) पीएम मोदी के निर्देश पर बंद किया गया था।
राउत ने कहा, ”लॉकडाउन पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से लगाया गया था और मंदिरों को बंद रखने का फैसला भी उनका था। इसलिए कोई वजह नहीं है कि बीजेपी इस मामले में हिंदुत्व की जीत के लिए क्रेडिट ले। मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री को ऐसे लोगों को हार और जीत का मतलब बताना होगा।” राउत ने यह भी जोर दिया कि पूजा स्थलों को खोलने में केंद्र सरकार की ओर से घोषित एसओपी का पालन किया जा रहा है।
राउत ने कहा, ”सरकार की ओर से तैयार एसओपी का सख्ती से पालन करने की जरूरत है। श्रेय लेने की कोई जरूरत नहीं है। यह भगवान की मर्जी थी कि लोग घरों में रहें और यह भी उनकी ही इच्छा है कि सावधानी के साथ पूजा स्थलों को दोबारा खोला जाएगा।” कोरोना महामारी की वजह से कई महीनों तक बंद रहने के बाद महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थलों को सोमवार से खोल दिया गया है।