देश में 16 जनवरी वैक्सीन लगने की शुरुआत होगी। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। इनकी संख्या करीब 3 करोड़ होगी। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और इससे कम उम्र के उन लोगों को टीके लगेंगे जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों की संख्या करीब 27 करोड़ है। पीएम मोदी ने शनिवार कोविड टीकाकरण के लिए राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य सचिव के अलावा दूसरे अधिकारियों ने भाग लिया। समीक्षा बैठक के बाद वैक्सीनेशन की तारीख तय की गई। पूरे देश में शुक्रवार को दूसरी बार कोरोना वायरस की तैयारियों को परखने के लिए ड्राइ रन किया गया। इस दौरान वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायज़ा भी लिया गया। उत्तर प्रदेश के अलावा देश के हर ज़िले में ड्राई रन का आयोजन किया गया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 जनवरी को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही वैक्सिनेशन की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन को 3 जनवरी को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है।