बीते कई महीनों से कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रहे देश के लोगों के लिए खुशखबरी है। भारत की ‘देसी’ कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने उस समय की घोषणा कर दी है, जब उसका टीका लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। भारत बायोटेक ने बुधवार को जानकारी दी कि उनकी कोरोना वैक्सीन अगले साल की पहली तिमाही तक उपलब्ध हो जाएगी।
भारत बायोटेक की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर सुचित्रा ऐला ने कहा, ”सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों के साथ, को-वैक्सीन अगले वर्ष की पहली तिमाही में उपलब्ध हो जाएगी।” विदेशी राजदूतों की एक टीम ने बुधवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक की वैक्सीन के विकास की जानकारी के लिए उनके दफ्तर का दौरा किया।
इन्होंने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए किया है आवेदन
भारत में कोरोना वैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी लेने के लिए तीन कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें से एक अमेरिका की फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर है। जबकि, बाकी के दो नाम- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रहे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक की को-वैक्सीन है।
SII और भारत बायोटेक से मांगे गए और आंकड़े
इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए किए गए आवेदन के बाद बुधवार को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के विशेषज्ञों की एक समिति ने कोरोना वैक्सीन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से अतिरिक्त सुरक्षा एवं प्रभावी डेटा मांगा है। टीके के आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति मांगने के उनके आवेदन पर विचार-विमर्श के बाद उन्होंने यह डाटा मांगा है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने न्यूज एजेंसी भाषा को दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की भारतीय शाखा के आवेदन पर बुधवार को विचार-विमर्श नहीं हुआ क्योंकि कंपनी ने समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण देने के लिए और समय मांगा।