छुट्टी के दिन सुबह 9 बजे कुंड पहुंचे कर्मचारी- अधिकारी, छह घंटे में बदल गए पुराने बिजली के तार
– समाचार प्रकाशित होते ही एसई पीके चौहान, एक्सईएन जेएस ढुल ने तुरंत की कार्रवाई
– पिछले छह माह से तार बदलने को लेकर चल रही थी आंख मिचौली
– मंगलवार को कुंड बाजार में खड़ा ट्रक लटकती तारों को छू गया था जिसकी वजह से लगी आग
– चार से ज्यादा ग्रामीणों के आग बुझाते समय हाथ झुलसे, बड़ा हादसा होने से बच गया
रणघोष अपडेट. कुंड
दैनिक रणघोष समाचार पत्र ने मंगलवार शाम को गांव कुंड में लटकते बिजली के तारों की वजह से ट्रक में लगी आग का समाचार प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। बुधवार सुबह 9 बजे बिजली निगम के अधिकार- कर्मचारी एवं लेबर मौके पर पहुंच गईं। दोपहर 3 बजे बाजार के सभी पुराने तार बदल दिए गए। एक साल से ग्रामीण तार बदले जाने को लेकर निगम के अधिकारियों के सामने गुहार लगा रहे थे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हमारे सिस्टम में कोई अप्रिय घटना होने के बाद ही करंट आता है। अगर इसी मानसिकता से हमारी व्यवस्था चल रही है तो यह खतरनाक है। इस पूरे घटनाक्रम में निगम के शीर्ष अधिकारियों की तत्परता और गंभीरता भी साफ तोर से नजर आईं। निगम के एसई पीके चौहान ने तुरंत इस पर एक्शन लिया। वे हैरान थे कि अभी तक तार भी नहीं बदले गए। हाल ही में स्थानांतरित होकर एक्सईएन जेएस ढुल ने भी बिना कोई देरी किए तुरंत प्रभाव से इस कार्य के प्रति जवाबदेह अधिकारी एवं कर्मचारियों से रिपोर्ट मांगी। दोनो अधिकारी लगातार इस कार्य को लेकर रिपोर्ट मांगते रहे। बुधवार सुबह सरकारी अवकाश के दिन 9 बजे निगम की टीम गांव कुंड पहुंची। युद्ध स्तर पर काम शुरू हुआ। ग्रामीणों में रोष था कि आखिर हमारा सिस्टम चलता कैसे हैं। लगातार अनुरोध के बाद भी सुनवाई नहीं हुईं। हादसा होते ही सबकुछ ठीक हो गया। पहले कहा गया तार नहीं है। वह आ गए तो कहे जाना लगा लेबर नहीं है। प्राइवेट मिल जाएगी। उसके लिए ग्रामीणों को उनका खर्चा उठाना पड़ेगा। ग्रामीण चुप होकर वापस लौट आए। जब हादसे के बाद रणघोष ने प्रमुखता के साथ इस पूरे घटनाक्रम को सामने रखा तो घटना के 24 घंटे में सभी पुराने जर्जर तार बदल दिए गए। बिजली निगम के एसडीओ परीक्षित ने कहा की जल्द ही कुंड में अधिक क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगा दिया जाएगा। अर्जुन मास्टर जी की दुकान से लेकर रेलवे स्टेशन तक के तारों को भी जल्द ही बदल दिया जाएगा। यहां बता दें कि जब ट्रक में आग लगी तो उस समय कुछ पल्लेदार, दुकानदारों एवं मनेठी के एक युवा ने जान जोखिम मे डालकर ट्रक में चढ़कर जलती बोरियों को नीचे फैंक दिया और पानी से उस पर काबू पाया। अगर आग ट्रक की टंकी तक चली जाती तो एक बड़ा विस्फोट हो सकता था। इस आगजनी की घटना में चार से ज्यादा लोगों के हाथ झुलस गए। व्यापारी भवानी प्रसाद एंड सन्स का हजारों रुपए का नुकसान हो गया।