कंवर सिंह की 10 वीं की मार्क्स सीट के फर्जी होने का किया जा रहा दावा
नगर पालिका धारूहेड़ा चुनाव में चेयरमेन बने कंवर सिंह अपनी 10 वीं की मार्क्स सीट को लेकर बुरी तरह फंसते जा रहे हैं। हरियाणा चुनाव आयोग ने जिला उपायुक्त रेवाड़ी को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। 4 जनवरी को इस चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आजाद प्रत्याशी संदीप बोहरा एवं अन्य 7 प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग को लिखित में शिकायत कर कंवर सिंह की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाए थे। संदीप बोहरा का दावा है कि कंवर सिंह की 10 वीं की मार्क्स सीट पूरी तरह से फर्जी है। यहां बता दें कि इस चुनाव में वहीं उम्मीदवार नामाकंन भर सकता है जो 10 वीं पास हो।
अब डीसी की जांच रिपोर्ट से साफ होगा कि कंवर सिंह की दसवीं की मार्क्स सीट असली है या फर्जी। अगर जांच उनके खिलाफ जाती है तो उनका इस पद पर लंबे समय तक बने रहना मुश्किल हो जाएगा। अगर जांच में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाता है तो उनके लि राहत वाली बात होगी। आमतौर पर इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। यह सरकार- प्रशासन एवं चुनाव आयोग के विवेक पर भी निर्भर करता है कि वे इस तरह के विवादों को किस स्तर पर निपटाते हैं। उधर शिकायतकर्ता संदीप बोहरा ने कहा कि उनकी लड़ाई कंवर सिंह से नहीं चुनाव की मर्यादा को बनाए रखने पर है। वे पिछले 15 दिनों के अधिक समय से सार्वजनिक तौर पर कंवर सिंह की दसवीं की मार्क्स सीट का फर्जी होने का दावा कर रहे हैं। अगर उनका दावा गलत है तो कंवर सिंह को सामने आकर उसे खारिज करना चाहिए। अगर चेयरमैन बनने की नींव ही झूठ पर बनेगी तो सोचिए विकास का चेहरा कैसा होगा। उनके अलावा चुनाव लड़ने वाले सात अन्य प्रत्याशी भी इस मामले की जांच कराने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिख चुके हैं। बोहरा ने कहा कि चुनाव आयोग की इस कार्रवाई से दूध का दूध पानी का पानी होने की पूरी संभावना है।