धूप में जा रहे थे गरीब दंपति, पुलिस अफसर ने दी लिफ्ट, बूढ़ी अम्मा ने दी दुआएं, 25 लाख लोगों ने देखा Video

ग्वालियर. कुछ खबरें और कुछ फोटो सबका ध्यान खींच लेती हैं. ऐसी खबरें लंबे समय तक याद भी रहती हैं. ग्वालियर में ऐसा ही वीडियो सामने आया है. ये एक पुलिस अफसर का है, जो अमूमन पुलिस की  सामने आने वाली छवि से बिलकुल अलग है. यहां एक पुलिस अफसर ने चिलचिलाती धूप में पैदल जा रहे एक गरीब दंपति की मदद की. बदले में पुलिस अफसर को दुआएं मिलीं. ये अफसर कोई और नहीं एसडीओपी संतोष पटेल हैं जिनके सामाजिक जिम्मेदारी निभाते वीडियो और खबरें लगातार सामने आ रहे हैं.

ग्वालियर के युवा पुलिस अधिकारी संतोष पटेल की एक और मानवीय मिसाल देखने के लिए मिली.  बुधवार को होली और महिला दिवस था.  होली के दिन वाहन न मिलने के कारण हाईवे पर एक बुजुर्ग दंपति पैदल जा रहे थे. उसी दौरान वहां से गुजर रहे एसडीओपी संतोष पटेल की नजर इस दंपति पर पड़ी. उन्होंने गाड़ी रोक कर दोनों को बैठाया और गांव तक छोड़ा. बदले में उन्हें खूब दुआएं मिलीं.एसडीओपी संतोष पटेल पटेल ने इस आत्मीय घटनाक्रम का वीडियो सोशल एकाउंट पर पोस्ट किया तो  24 घंटे से भी कम वक्त में 25 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा है.

पुलिस अफसर ने दी लिफ्ट…
ग्वालियर जिले के घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल  एक पुलिस अफसर के तौर विभागीय जिम्मेदारी तो निभा ही रहे हैं. साथ ही वह अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी पूरी कर रहे हैं. वो मानवीय संवेदनाओं से भरे काम भी करते नजर आते हैं.  8 मार्च को महिला दिवस था. साथ ही होली का त्यौहार भी था. होली के कारण सारे परिवहन के साधन बंद थे. घाटीगांव एसडीओ ऑफिस संतोष पटेल  ड्यूटी पर मुस्तैद थे. जब वह हाईवे पर जा रहे थे, उसी दौरान एक बुजुर्ग दंपति पैदल चलता नजर आया. जब एसडीओपी ने दंपति से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह दूर गांव में जा रहे हैं लेकिन कोई वाहन नहीं मिला. एसडीओपी ने दंपत्ति को अपनी गाड़ी में बैठाया और फिर बातें करते हुए चल पड़े.

जब हाईवे पर गांव आ गया तो उतरने से पहले महिला, एसडीओपी के हाथ में 10 का नोट और 10 का सिक्का थमाने लगी. एसडीओपी ने मुस्कुरा कर उन्हें महिला दिवस की बधाई दी और फिर मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया. पुलिस अफसर का यह व्यवहार देखकर बुजुर्ग महिला उन्हें दुआएं देती हुई घर रवाना हुई. एसडीओपी संतोष पटेल ने इस घटना का वीडियो सोशल अकाउंट पर पोस्ट किया तो 24 घंटे के अंदर ही 25 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा.

SDOP ने अपनी भावनाएं कुछ इस तरह लिखीं…
“होली के दिन वाहन नहीं चलते और एक बुजुर्ग दंपति हाइवे किनारे पैदल जा रहा था. बारिश में ओले गिरे रहे थे. इंसान होने के नाते जो फर्ज बनता था निभाने का प्रयास किया. जब मांजी ने धोती के छोर से एक 10 का नोट और 10 का सिक्का किराए के रूप में देना चाहा तो हमने मिठाई ख़िलाई. जब मांजी 20 रुपये छोर में बांध रही थीं और दुआएं दे रही थीं तब ऐसा लगा कि हमारे लिए यही है.

#HappyHoli
आज महिला दिवस भी है. महिला को अंग्रेजी में Woman कहते हैं. जिसे कमजोर विचारधारा वाले लोग #weakness Of Men अर्थात आदमी का कमजोर पक्ष कहते हैं. मेरे अनुसार #Woman का मतलब #Wings Of Men अर्थात आदमी के पंख होती है महिला. पक्षी हो या हेलिकॉप्टर पंखों की दम पर ही आसमान में उड़ान भरते हैं. जिनके पीछे किसी सशक्त महिला का हाथ हो वही लोग महान बनते हैं. भारतीय नारी की खासियत होती है कि उसमें ऐब नहीं होते. कभी भी गांजा पीते, तम्बाखू मलते, बीड़ी जलाते, नशा करते नहीं देखा होगा. सिर्फ परिवार और समाज के संस्कारों को संजो कर रखते हुए देखा होगा. ऐसी माँ, बहन, बेटी को प्रणाम करता हूं. मध्यप्रदेश पुलिस आपकी सुरक्षा में”

सुर्खियों में रहते हैं एसडीओपी..
घाटीगांव में एसडीओपी के तौर पर तैनात संतोष पटेल सामुदायिक पुलिसिंग करते नजर आते हैं. देवनारायण के भंडारे में संतोष पटेल अपनी टीम के साथ श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही भोजन बनाने और परोसते नजर आए. वहीं पंगत में बैठे लोगों को हादसों से बचने के लिए हेलमेट पर हाथ रखवाकर शपथ दिलवायी थी.

डकैत का घर ढहाया
पिछले महीने बदमाश रामसहाय गुर्जर का घर गिराने के लिए खौफ के कारण कोई मजदूर सामने नहीं आया तो फिर एसडीओपी ने खुद अपनी टीम के साथ मिलकर डकैत के मकान को धराशाई कर दिया. एक नाबालिग लड़की ने एसडीओ को पत्र लिखकर खुद की शादी रुकवाने की गुहार लगाई तो एसडीओपी अपनी टीम के साथ पहुंचे और नाबालिग को उसके घर से रेस्क्यू कर वन स्टॉप सेंटर पहुंचा दिया.

नव दंपति में सुलह करायी
26 जनवरी को शादी रचाने वाले जोड़े के रिश्ते में 15 दिन बाद ही दरार आ गयी थी. एक दूसरे के खिलाफ तलाक लेने की नौबत तक पहुंच गए. लड़की के परिवार वाले थाने में दहेज़ का केस दर्ज कराने आए तो एसडीओपी ने 3 दिन की बातचीत के बाद इस दंपति का रिश्ता टूटने से बचा लिया और थाने में ही जयमाला कर खुशी-खुशी घर रवाना कराया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *