दी महेन्द्रगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक में गुरुवार को ऋण वितरण शिविर का आयोजन किया गया। नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के उप-महाप्रबंधक एल.के. मेहरा ने बतौर मुख्य अतिथि इस शिविर में भाग लिया। इस दौरान 420 महिलाओं को करीब एक करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया गया। बैंक के महाप्रबंधक प्रशांत यादव ने बताया कि इस ऋण वितरण शिविर में संयुक्त देयता व स्वंय सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सस्ता कर्ज उपलब्ध कराया गया है। अभी तक बैंक द्वारा करीब दो हजार महिलाओं को लगभग 6 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। इन महिलाओं ने प्राप्त ऋण से ब्यूटी पार्लर, ज्वेलरी शॉप, पशुपालन, कृषि संबंधी कार्य, अचार डालने का कार्य जैसे आत्मनिर्भरता बढ़ाने वाले कार्य किए हैं। वहीं बैंक द्वारा आत्मनिर्भर ऋण योजना भी चलाई गयी है जिसके तहत सूक्ष्म उद्यमी 50 हजार रूपये तक का ऋण न्यूनतम ब्याज दरों पर प्राप्त कर सकते हैं। वहीं बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को आधुनिक बैंकिंग सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। बैंक के चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने बताया कि यह बैंक किसान भाईयों को ब्याज रहित ऋण उपलब्ध करा रहा है जिसका लाभ जिला महेन्द्रगढ़ के करीब 1 लाख किसान उठा रहे हैं। इसके अतिरिक्त बैंक द्वारा सभी प्रकार के ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। नाबार्ड के उप-महाप्रबंधक एलके मेहरा ने बैंक द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वंय सहायता व संयुक्त देयता समूहों के गठन व वित्तिय पोषण से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। मुख्य अतिथि ने नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया।नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक ओमपाल छोकर ने महेन्द्रगढ़ जिले में चल रही नाबार्ड की योजनाओं के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में बलजीत यादव, गजराज सिंह, रतिराम, सतीश, रघुबीर सिंह, अशोक कुमार श्रीमती कृष्णा देवी, रितू, अनिता सुमन समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अंत में बैंक के महाप्रबंधक प्रशांत यादव ने शिविर में आए सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।