जिले में नाबार्ड द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों के नेतृत्वकर्ता (लीडर) हेतु नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक जगदीश परिहार द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दी रेवाड़ी केंद्रीय सहकारी बैंक के सभागार, रेवाड़ी में किया गया। इस कार्यक्रम में जिले से आयें विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के नेतृत्वकर्ता (लीडर) को स्वयं सहायता समूहों के गठन के पश्चात ध्यान में रखी जाने वाली निम्नलिखित बातोको नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक ने विस्तार से बताया। लीडर होने के नाते स्वयं सहायता समूह के गठनके पश्चात समूह के सभी सदस्यों को समूह के मूल उद्देश्यो से अवगत कराना। समूह से गठन के बाद पालन किए जाने वाले पांच सूत्रों से भी अवगत करवाया जिसमे समूह की नियमित बैठकें(साप्ताहिक/पाक्षिक/मासिक) करवाना,नियमित बचत, आंतरिक उधार,उधारी का चुकाना तथा लेखा बहियों का उचित रख–रखाव शामिल है। समूह के सदस्यों हेतु आजीविका से सम्बंधित गतिविधियां जैसे कि केंचुआ खाद, अजोला, साइलेज,पशु पालन, मुर्गी पालन, साबुन सर्फ बनाने तथा मशरूम की खेती के बारे में बताना जो की उनके लिए आजीविका के लिए फायदे बंदसाबित हो सकता है। समूह द्वारा किए जाने वाले विभिन्न आजीविका से सम्बंधित गतिविधियांको और बेहतर करने हेतु उनके लिए कोशल विकास प्रशिक्षण की आवश्यकता को समूह से सदस्यों के साथ सांझा करना। समूह के सदस्यों को बैंक ऋण का उचित उपयोग/प्रबंधन तथा समय पर चुकौती हेतु प्रेरित करना। इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को सोश्ल सेकुरिटी स्कीम, विभिन्न सब्सिडि स्कीम, एफ़पीओ, जेएलजी के बारे मे भी विस्तार से बताया एवं समूह के सिद्धांत के अनुरूप कार्य करने की सलाह दी। मसाला बनाने की इकाई के सुचारु संचालन एवं मसालो की मार्केटिंग पर भी समीक्षा की गयी,साथ ही एमईडीपी एवं एलईडीपी के तहत सभी समूहों को आजीविका हेतु हाल ही नाबार्ड द्वारा स्वीकृत केचुआ खाद बनाने एवं पतल दोने, मिठाई बक्से बनाने हेतु प्रशिक्षण मे भाग लेने की सलाह दी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जरुरत मंद को बैंक ऋण से सम्बंधित आने वाली समस्याओं का समय पर निदान किया जाएगा। कार्यक्रम में रेवाड़ी जिले के नाबार्ड के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के 8लीडर्स/सदस्यों एवं 6 एफ़पीओ एक्स्पर्ट्स ने भाग लिया. कार्यक्रम के समापन में जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड द्वारा आये हुये सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया तथा सभी को उपरोक्त दिशानिर्देशानुसार कार्य करने का सुझाव दिया।