रणघोष अपडेट. नाहड़
विजय दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को आदर्श गांव नाहड़ में शहीद एवं पूर्व सैनिक, अर्धसैनिक कल्याण समिति की ओर स्थानीय शहीदी पार्क में समिति अध्यक्ष हरिसिंह यादव की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में पूर्व सैनिकों ने शामिल होकर शहीदी पार्क में स्थित गांव निवासी शहीद लांस नायक जीतराम यादव व शहीद हवलदार ताराचंद की प्रतिमाओं के साथ शहीदों के शिलापट्ट पर पुष्प अर्पित करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। समिति की ओर से शहीद की वीरांगना चंद्रो देवी को शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर समिति प्रधान हरिसिंह यादव ने कहा कि विजय दिवस 16 दिसंबर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के कारण मनाया जाता है तथा इस दिन देश के उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने इस युद्ध में अपने देश के लिए प्राणों की आहुति दे दी थी। हम सभी को गर्व है कि गांव निवासी जीतराम यादव भी इस युद्ध में देश की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गये थे। समारोह में समिति उपाध्यक्ष महाबीर सिंह, मास्टर रणबीर सिंह, शिवसहाय, भोलाराम, बीरभान, सुरेश कुमार, बनवारीलाल महेंद्र सिंह, भरत सिंह आदि गणमान्य लोगों ने शहीदों को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। वहीं समिति संयोजक डॉ.. जयभगवान भारद्वाज ने बताया कि विजय दिवस के मौके पर 223 आर्टलरी मीडियम रेजीमेंट की एक टुकड़ी को शहीद जीतराम को सलामी देने व उनकी वीरांगना को सम्मानित करने के लिए शहीदी स्मारक स्थल पर पहुंचना था लेकिन किसान आंदोलन के चलते मजबूरीवश रेजीमेंट को अपना यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ गया।
देश की आजादी व सुरक्षा के लिए गांव नाहड़ के 9 रणबांकुरों ने दी शहादत
उल्लेखनीय हो कि देश को आजादी दिलाने व देश की सुरक्षा को कायम रखने में अकेले आदर्श गांव नाहड़ से 9 रणबांकुरों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावार कर दिये। जिनमें प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान सिपाही मौजी सिंह, रिसालदार शेरसिंह, द्वितीय विश्व युद्ध में सिपाही भीम सिंह, किशनलाल, गनर बदलूराम, पाकिस्तान–कश्मीर आक्रमण में सिपाही श्योनारायण, लांस नायक बुद्धराम, भारत–चीन युद्ध में हवालादार तारांचद व भारत–पाकिस्तान युद्ध में लांस नायक जीतराम यादव देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।