भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सुभाष चंद्र बोस का नाम अग्रणी है। सुभाष चंद्र बोस भारतीय राष्ट्रवादी थे। देश भक्ति का जज्बा उनके अंदर कूट-कूट कर भरा हुआ था । उनकी देशभक्ति अनेक भारतीयों के दिलों में अपनी छाप छोड़ गई । वह भारतीयों को अंग्रेजों द्वारा किए जा रहे अन्याय और अत्याचारों से मुक्ति दिलाना चाहते थे । उन्होंने परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त पूर्ण स्वराज का सपना देखा । इस सपने को पूर्ण करने के लिए भारत वासियों को राष्ट्रप्रेम के लिए प्रेरित करने वाले नारे “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” और जय हिंद के नारे दिए पूर्ण स्वाधीनता को राष्ट्र के युवाओं के सामने एक मिशन के रूप में प्रस्तुत कर आजाद हिंद फौज का गठन किया गया । उनके मन में और देशवासियों के प्रति श्रद्धा थी । नेताजी का बलिदान इतिहास के पन्नों पर अजर अमर है । हमारा भी कर्तव्य बनता है कि उनके बलिदान को व्यर्थ न जाने दें और सदैव देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य करें ।