सुन्दरी मुंदरी होय, तेरा कौन बेचारा होय… गीतों के साथ रेवाड़ी में लोहड़ी पर्व धूमधाम से मनाया गया। रविवार शाम पंजाबी धर्मशाला मे पंजाबी समुदाय के लोगों ने लोहड़ी के त्योहार को हर्षोंल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया। पंजाबी समुदाय के लिए लोहड़ी खास महत्व रखती है। इस मौके पर लोगों ने पंजाबी धर्मशाला में पारंपरिक रीति रिवाज के साथ लोहड़ी मनाई
पंजाबी बिरादरी के प्रधान प्रेम नाथ गेरा ने बताया कि आज लोहड़ी का त्योहार मनाने को लेकर पंजाबी समुदाय के लोगों में हर्ष और उमंग का माहौल रहा। सुबह से ही समाज मे शाम को होने वाला कार्यक्रम चर्चा का विषय रहा
लोहड़ी के इस कार्यक्रम मे लगभग 700 से 800 पंजाबी समुदाय के लोगो ने शिरकत की विधि विधान से पूजन कर लोहड़ी जलाई गई सभी लोगों ने जलती हुई लोहड़ी की प्रक्रिमा की। उसमें मूंगफली, गज्जक भी डाली। इसके बाद सभी को मूंगफली, गज्जक का प्रसाद बांटा। डीजे व ढोल की थाप पर बच्चो से लेकर बुजुर्ग तक थिरके.महिलाओं पुरुषों ने भी भंगड़ा,गिद्दे कर कार्यक्रम की रौनक मे चार चाँद लगा दिए ढोल की थाप पर बुजुर्गो को डाँडिया खेलता देख सभी हतप्रभ रह गए। कार्यक्रम मे मदन लाल झाम्ब जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे देर शाम तक लोहड़ी की गीतों के परिवारों में धूम रही। समाज के लोगों ने एक दूसरे को लोहड़ी पर्व की शुभकामनाएं दी। पंजाबी परिवारों जश्न के रुप में लोहड़ी मनाई गई। बिरादरी के प्रधान प्रेमनाथ गेरा ने बताया कि लोहड़ी को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं. उनमे एक पौराणिक मान्यता के अनुसार एक मुगल बादशाह अकबर के शासन के दौरान दुल्ला भट्टी नाम का एक शख्स था. वह पंजाब प्रांत में रहता था उसे पंजाब का नायक कहा जाता था. उस वक्त संदलबार नाम की एक जगह थी जो अब पाकिस्तान में है. कहते हैं कि उस वक्त वहां गरीब घर की लड़कियों को अमीरों को बेच दिया जाता था. संदलबार में सुंदरदास नाम का एक किसान था. उसकी दो बेटियां सुंदरी और मुंदरी थीं. गांव का ठेकेदार उसे धमाकता कि वो अपनी बेटियों की शादी उससे करा दे. सुंदरदास ने जब यह बात दुल्ला भट्टी को बताई तो वह ठेकेदार के घर जा पहुंचा. उसने उसके खेत जला दिए और उन लड़कियों की शादी वहां करा दी जहां सुंदरदास यानी उनका पिता चाहता था. यही नहीं उसने लड़कियों को शगुन में शक्कर भी दी. कहते हैं कि तभी से लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है.कार्यक्रम मे मदन लाल झाम्ब,किशन लाल मेहता,हरीश अरोड़ा,पंडित रमेश कुमार शर्मा,सुचित्रा चांदना,पवन बठला,श्रीमती कमल सचदेवा,हरीश मलिक, महेंद्र चक्रवर्ती व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे