पुलिस फाइल में मृत महिला कोर्ट पहुंच गयी। उसने कहा जज साहब, मैं जिंदा हूं। मेरे पति और बच्चे भी हैं। उसे नवादा थाने की पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची थी। महिला की दहेज के लिए हत्या कर शव गायब करने का केस दर्ज किया गया था। जांच में जुटी पुलिस ने उसे दिल्ली से जिंदा बरामद कर लिया। इसके बाद शुक्रवार को कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया गया। इससे दहेज हत्या के इस मामले में नया मोड़ आ गया। मृत महिला शहर की पूर्वी गुमटी के लख निवासी अरुण महतो की पत्नी शारदा देवी थी। अरुण महतो मूल रूप से पीरो थाना क्षेत्र के गोविंद टोला (बम्हवार) के रहने वाले हैं। महिला के भाई विनोद महतो की ओर से पिछले साल दिसंबर माह आरा में नवादा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। एसपी हर किशोर राय ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की गहराई से छानबीन की जा रही थी। इसी क्रम में महिला के दिल्ली में होने की सूचना मिली। उस आधार पर एक टीम दिल्ली गयी और महिला को जिंदा बरामद कर लिया गया। इसके बाद शुक्रवार को कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया गया। इससे पहले महिला थानाध्यक्ष द्वारा भी उसका बयान रेकॉर्ड किया गया। इधर, बयान दर्ज कराने कोर्ट पहुंची महिला ने बताया कि पति ने उसे छोड़ दूसरी शादी रचा ली। इसके बाद उसने भी दूसरा विवाह कर लिया।
पति सहित चार के खिलाफ दर्ज कराया गया था हत्या का केस
जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव निवासी और शारदा देवी के भाई विनोद महतो ने कोर्ट में कम्पलेंट केस किया गया था। कोर्ट के आदेश पर 11 दिसंबर 2020 को नवादा थाने में दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी। इसमें शारदा देवी के पति के अलावा जेठ मास्टर महतो, जेठानी सरिता देवी और भतीजा विकास महतो को भी आरोपित किया गया था। प्राथमिकी में कहा गया था कि करीब 15 साल पहले उसकी बहन शारदा की शादी अरुण महतो के साथ हुई थी। तब सामर्थ्य के अनुसार दहेज दिया गया था। इसके बावजूद शारदा के ससुराल वालों द्वारा भैंस की मांग की जाने लगी। इसे लेकर उसे प्रताड़ित भी किया जाने लगा। इस बीच मार्च 2020 में सूचना मिली कि उसकी बहन की पिटाई की गयी है। इसके अगले दिन ही उसकी हत्या कर शव गायब करने की भी सूचना मिली। इस पर वह बहन के ससुराल पहुंचा, तो वह नहीं मिली। उसके ससुराल के लोग भी गायब मिले। इसके बाद केस किया गया।