बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शनिवार को सफलतापूर्वक एंजियोप्लास्टी की गई और अब उनकी हालत स्थिर है। इससे पहले पूर्व कप्तान को “हल्के” दिल का दौरा पड़ा और उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके इलाज की देखरेख के लिए पांच डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई थी। गांगुली की तीन कोरोनरी में ब्लाकेज पता चला था जिसके बाद उन्हे एक स्टेंट डाला गया था। डॉ सरोज मंडल, की टीम की देखरेख में ब्लाकेज खोला गया। डाक्टरों का कहना है कि अब उनकी हालत स्थिर है और उन्हें दवाइयां दी जा रही है। जल्द ही उनकी हालत सुधरेगी। 48 वर्षीय सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई. वुडलैंड्स अस्पताल ने बयान जारी करते हुए खुशखबरी दी है, ‘सौरव गांगुली की हालत अब स्थिर है। गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई जिसके बाद दिल की नसों में स्टेंट डाला गया। फिलहाल सौरव गांगुली बिलकुल ठीक हैं। भगवान का शुक्रिया।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने सौरव गांगुली के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। ममता बैनर्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह सुनकर दुख हुआ कि सौरव गांगुली को हल्के कार्डिक अरेस्ट का सामना करना पड़ा और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके जल्द स्वस्थ होने कामना. मेरी प्रार्थनाएं उनके और उनके परिवार के साथ हैं। बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर गांगुली की तबीयत को लेकर फिलहाल अलग-अलग खबरें सामने आ रही हैं। यहां बंगला चैनलों का कहना है कि गांगुली जिम में थे जहां अचानक सीने में दर्द के बाद अचेत हो गए थे जिसके बाद उन्हें वुडलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया। 48 वर्षीय गांगुली का पिछले कुछ दिनों में काफी व्यस्त कार्यक्रम रहा था। वह दिसंबर के आखिर में दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में थे जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की प्रतिमा स्थापित की गयी थी। उल्लेखनीय है कि भारत के पहले विश्वकप विजेता कप्तान कपिल देव को गत 23 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने के बाद राजधानी दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी एंजियोप्लास्टी सर्जरी हुई थी। कपिल कुछ दिनों में ही स्वस्थ होकर गोल्फ के मैदान में लौटे थे।