बहुउद्देशीय पुस्तकालय तिवाला में “प्रतियोगिता के युग में तैयारी कैसे करें?” विषय पर सेमिनार हुआ। आर्यन कोचिंग सेंटर चरखी दादरी के निदेशक रविंद्र सांगवान ने युवाओं को डॉ कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं निश्चित रूप से आपकी आदतें आपका भविष्य बदल देंगी। सांगवान ने कहा कि हम अपने मन को एकाग्र कर सुबह उठने से लेकर रात्रि तक अपनी दिनचर्या आदतों में सकारात्मक बदलाव लाएं जिससे ही हमारा मन एकाग्र होकर तैयारी कर सकता है। उन्होंने सामान्य ज्ञान सामान्य विज्ञान आदि पर विस्तार से चर्चा करते हुए प्रतियोगिता की तैयारी करने की विभिन्न टिप्स युवाओं को दिए। गणित विशेषज्ञ निखिल शर्मा ने गणित विषय पर प्रतियोगिताओं में आने वाले प्रश्नों पर चर्चा करते हुए कहा कि गणित एक प्रैक्टिकल विषय है जिसमें तुकबंदी कार्य नहीं करती इसलिए हमें गणित विषय के लिए अभ्यास की आवश्यकता है निरंतर अभ्यास ही गणित में सफलता दिला सकता है उन्होंने भी युवाओं को अर्थमैटिक पर विभिन्न टिप्स देते हुए परीक्षा की तैयारी के बारे में बताएं। ग्रामीण विकास परिषद के सचिव मास्टर सुनील कुमार ने कहा कि ग्रामीण युवाओं में प्रतिभाओं की कमी नहीं है उन प्रतिभाओं को तराशने के लिए इस पुस्तकालय की स्थापना गांव स्तर पर की गई है जिसमें समय–समय पर विभिन्न विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलता रहेगा तो हमें इसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। किसान क्लब दिवाला के अध्यक्ष सतपाल एवं सचिव अशोक कुमार ने कहा कि बहुउद्देशीय पुस्तकालय में प्रतियोगिता परीक्षाओं से संबंधित सामग्री की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। पुस्तकालय प्रबंधक राजवीर सिंह ने कहा की गांव स्तर पर यह पुस्तकालय बच्चों की तैयारी के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान कर रहा उन्होंने ग्रामीणों से अपने बच्चों को सही दिशा और दशा प्रदान करने के लिए पुस्तकालय में भेजने की अपील की। इस मौके पर आर्यन कोचिंग सेंटर के निदेशक ने प्रतियोगिता परीक्षाओं से संबंधित सामग्री एवं पुस्तकें पुस्तकालय में भेंट की। आयोजकों ने निखिल शर्मा व रविंद्र सांगवान को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।