मोहम्मद गजनवी की तरह शिक्षा के मंदिरों को तबाह करने पर तुली हरियाणा
रणघोष अपडेट. जींद. नरेश भारद्वाज
प्राइवेट स्कूल वैल्फेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रधान डा. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सरकार हरियाणा में शिक्षा के मंदिरों को तबाह करने पर तुली है। जिस तरह मोह मद गजनवी ने अपने समय में शिक्षा के मंदिरों को नष्ट किया था। अब उसी तरह हरियाणा सरकार भी शिक्षा के मंदिरों को खत्म करने पर तुली हुई है। यहां जिमखाना क्लब प्रदेश स्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सरकार स्कूलों की स्थिति पर सर्वे करवाए। उन्होंने सवाल किया कि आज शिक्षा के मंदिर तबाह हो रहे है क्या सरकार ने इनका मूल्यांकन करवाया। शिक्षा व्यवस्था को ही तो स्कूल संचालक चला रहे हैं। अगर कल को शिक्षा मंदिर तबाह हो गये तो क्या सरकार इस स्थिति में है कि शिक्षा को दोबारा पटरी पर ला सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने शिक्षा के बारे में नहींं सोचा है। अब सरकार कह रही है कि 18 वर्ष की आयु के लोगोंं को भी टीकाकरण किया जाएगा। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन बहुत समय से कह रही थी कि स्कूल संचालकों को प्रथम कोरोना वॉरियर्स मानते हुए टीकाकरण किया जाए। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि शिक्षा को आवश्यक सेवाओं में लिया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा की तरफ से सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बार-बार अभिभावक स्कूल फीसों को माफ करने की मांग रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार स्कूल में पढ़ाने वाले सभी स्टाफ की सैलरी देती है तो प्राइवेट स्कूल बच्चों को फ्री में पढ़ाने के लिए तैयार हैं। दोहरे मापदंड अपना रहा है शिक्षा बोर्ड प्रदेश महासचिव डॉ. वरुण जैन व् बलदेव सैनी ने कहा कि स्कूल संचालकोंं का मकसद केवल बच्चों को शिक्षा देकर उनका भविष्य संवारना है। उन्होंने कहा कि आज स्कूल फीसों के आगे बच्चोंं के भविष्य की चिंता गौण होकर रह गई है। शिक्षा बोर्ड की बात आती है तो दोहरे मापदंड अपनाए जाते हैं। तुष्टिकरण की नीति सरकार अपना रही है। शिक्षा के प्रति सरकारें संजीदा नहींं है चाहे किसी भी राज्य की हों। पैट्रन विजय टटोली व् तरसेम जिंदल ने कहा कि 6 बजे तक मार्केट बंद करने की गाइडलाइन आई है लेकिन 6 बजे तक खुली तो है। उन्होंने कहा कि आड इवन के फार्मूले पर भी स्कूल खोले जा सकते थे। गवर्नमेंट अपने सभी टैक्स ले रही है। ठेके खुले हैं, स्कूल बंद है। यानी आज सरकार की नजर में शिक्षा सबसे खतरनाक हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम टकराव करना नहीं है। सरकार का काम समाधान करना होता है। उन्होंने कहा कि आज स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो चुकी है। उनकी मांग है कि स्कूलों के सभी ड्राइवर बेरोजगार हो गए है सरकार ड्राइवरों को 3000 रुपये महीना सैलरी दे। साथ ही स्कूल स्टाफ को भी तीन हजार रुपये महीना सैलरी दे। बच्चों के लिए भी वह मांग कर रहे हैं कि सरकार बच्चों को एक हजार रुपये महीना दे। उन्होंने कहा कि सरकार की वजह से बहुत सारे स्कूल बंद हो चुके हैं। कई स्कूल तो ऐसे है जिन्होंने अपनी बिल्डिंग तक रेंट पर दे दी है और फर्नीचर सेल पर लगा रखा है। इन सबकी जिमेवार पूरी तरह सरकार की है। इस अवसर पर हिसार से जसवीर संधू,सिरसा से पंकज सिडाना व् अमित मेहता,रोहतक से विजय टिटौली, सोनीपत से कुलदीप शर्मा व् रणधीर सैनी, फतेहाबाद से सचिन गोयल, टोहाना से सुरेश आर्य, भुना से दीपक नारंग, जींद से सतपाल जागलान, अ बाला से आशुतोष गौड़, पंचकूला से श्री चंद सहित अन्य जिलों के जिला उपस्थित थे जिला कैथल से इस अवसर पर जिला प्रधान परमानंद गोयल, चेयरमैन बलिंद्र संधू,जिला सरंक्षक जगजीत माजरा और सरंक्षक लाभ सिंह लैलर, जिला उपप्रधान संजीव शर्मा, जिला महासचिव हरपाल आर्य, जिला कैशियर सत्यजीत सैनी, जिला सह सचिव सुनील रसिना, जिला मीडिया इंचार्ज अतुल शर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य राजपाल जी आर्य, सरदार विक्रम सिंह फरल, कृष्ण शर्मा बन्दराना, कैथल ब्लॉक प्रधान विकास धीमान, पूंडरी ब्लॉक प्रधान सुरेंद्र कुमार, ढांड ब्लॉक प्रधान राकेश भारद्वाज, राजौंद ब्लॉक प्रधान सुभाष शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।