जांच अधिकारी ने कहा बेवजह का इश्यू बना दिया, प्राचार्य को समझदारी दिखानी चाहिए थी
गांव दडौली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य राजेंद्र यादव एवं साइंस के अध्यापक पवन कुमार के बीच पिछले दो सालों से चल रहे विवाद का पटाक्षेप हो गया है। इस मामले की जांच कर रही शिक्षा निदेशालय की अतिरिक्त निदेशक वंदना दिसौदिया ने कहा कि उन्होंने सभी पहुलओं को गंभीरता से देखा है। बेवजह का इश्यू बनाया गया। प्राचार्य एवं शिक्षक के बीच संवादहीनता की वजह से विवाद बढ़ता चला गया। इस तरह की स्थिति में प्राचार्य को समझदारी दिखानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जांच अधिकारी ने कहा कि यह इतना बड़ा मसला नहीं कि जिस पर बड़ी कार्रवाई की जाए। दोनो को भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी जाती है। यहां बता दें कि इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच में दोनो को ही दोषी माना था। इस जांच रिपोर्ट पर शिक्षक पवन कुमार ने कहा कि वे इस जांच से संतुष्ट है। फरवरी 2019 से विवाद की स्थिति बनी थी। उन्होंने कभी शिक्षा की गरिमा को कमजोर नहीं होने दिया। स्कूल के प्रांगण में अगर कुछ गलत होता है तो उसकी आवाज उठाना उनका नैतिक फर्ज है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट से वे संतुष्ट है। जिस तरह जांच में प्राचार्य की कार्यप्रणाली को कटघरे में किया गया है। इसकी असल सच्चाई भी सामने आनी चाहिए।