-ज्ञापन देते समय शिक्षकों व बीडीपीओ में हुई नोंक-झोंक
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ खंड कनीना व महेंद्रगढ की ओर से गुरुवार को बीडीपीओ कनीना को ज्ञापन सौंपकर परिवार पहचान पत्र की आय सत्यापन ड्यूटी से उनकी ड्यटी कार्य हटाने को कहा है। इस संदर्भ में खंड विकास कार्यालय में उनकी ट्रेनिंग होनी निर्धारित थी। उनके स्थान पर अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने को कहा है। शिक्षक रामकिशन, रविकांत,गुलशन कुमार, महेंद्र सिंह, पूर्ण सिंह, विक्रम सिंह, राजेश कुमार, महेंद्र सिंह की ओर से बीडीपीओ को दिये गये ज्ञापन पत्र में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले सालभर से विद्यार्थियों की पढाई प्रभावित हुई है। विद्यालय धीरे-धीरे अपने कार्य को ट्रैक पर ला रहे हैं इस बीच शिक्षकों की ड्यूटी पीपीपी आय सत्यापन के कार्य में लगा दी गई। यह कार्य शिक्षकों द्वारा करने से विद्यालयों में पढाई का कार्य ठप हो जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों से पढाई के अलावा कार्य लेने पर आरटीई का उलघंन है। शिक्षकों को गैर शिक्षण कार्य में नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुये पीपीपी कार्य के बहिष्कार का निर्णय लिया है। शिक्षकों ने सरकार विरोधी नारेबाजी कर इस कार्य का बहिष्कार किया बाद में खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर वहां भी ज्ञापन दिया ओर उनसे यह कार्य न करवाने की मांग की। नारेबाजी कर रहे शिक्षकों व बीडीपीओ ने ज्ञापन देते समय नोंक-झोंक भी हुई। बीडीपीओ देशबंधु ने कहा कि उनकी ओर से शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। उन्होने जो ज्ञापन शिक्षकों द्वारा दिया है उसे उचित माध्यम से शीर्ष अधिकारियों को भेज दिया जायेगा।