मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बतौर वित्त मंत्री शुक्रवार को बजट पेश किया। अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रेवाडी विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि इस बजट में अर्थव्यवस्था में सुधार एवं रोजगार पर कोई फोकस तो रहा ही नहीं, किसानों और स्वास्थ्य सेवाओं को भी अनदेखा किया है। चिरंजीव राव ने कहा कि यह बजट झूठ का पुलिंदा हे। प्रदेश में बेरोजगारी का आलम इतना है कि आज हर घर को एक रोजगार चाहिए बावजूद इसके खट्टर साहब ने रोजगार उत्पन्न करने के साधन नही बढ़ाये। कोई नया आईएमटी नहीं बनाया और पहले से ही हरियाणा में से कंपनियां बाहर जाने लग रही हैं। फिर 75 प्रतिशत आरक्षण किस को देंगे। ऊपर से आरक्षण में भी कपींग लगा दी है। उद्योगों को आकर्षित करने के लिए सरकार के पास कोई योजना ही नहीं है।
चिरंजीव राव ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि रेवाड़ी सहित कई जिलों में 24 घंटे बिजली आ रही हैं जबकि रेवाड़ी के कई गांव में तो लाइट 10 घंटे से ज्यादा नहीं आती। दूसरी तरफ मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि रेवाड़ी में नहरों की टेल तक पानी पहुंच रहा है। जबकि नहर तो महीने में सिर्फ 10 दिन आती है और टेल तक पानी तो बिल्कुल भी नहीं पहुंच रहा है। इसके बाद उन्होंने कहा कि रेवाड़ी में बरसाती पानी के लिए स्ट्रोंग ड्रेनेज बना दिया गया है। जबकि रेवाड़ी की जनता को पता है कि थोड़ी सी बरसात होते ही रेवाड़ी जलमग्न हो जाती है। इन तरह से मनोहर लाल खट्टर द्वारा पेश किया गया बजट झूठ का पुलिंदा है।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का वायदा करके भाजपा सरकार बिल्कुल भूल गई है। किसानों के हक के लिए 300 से ज्यादा किसान भाई अपनी जान दे चुके हैं। लेकिन फिर भी मौजूदा सरकार ने बजट में किसानों को कुछ नही दिया। एसवाईएल का नाम तक नहीं लिया, दक्षिण हरियाणा में केंद्र की योजना एम्स, डिफेंस यूनिवर्सिटी बिनौला इत्यादि हैं। उनका क्या होगा इस तरफ सरकार का ध्यान बिल्कुल नहीं है। जब हरियाणा में चुनाव थे तो भाजपा को मनेठी एम्स याद रहा उसके बाद भूल गए। विधायक ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार के लिए बहुत ही कम वृद्धि की गई है, जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य पर ठोस बजट आना चाहिए था। यमुनानगर और सिरसा में मेडिकल कॉलेज की बाज मनोहर लाल खट्टर ने की जबकि रेवाड़ी में तो मेडिकल कॉलेज पास भी हो चुका है, बावजूद इसके रेवाड़ी के मेडिकल कॉलेज और बस स्टैंड को तो भाजपा सरकार भूल ही गई है। धारूहेड़ा में दूषित पानी की बहुत ही ज्यादा समस्या है और मैंने विधानसभा में इस मुद्दे का उठाया था बावजूद इसके इसका कोई समाधान नहीं किया गया।
चिरंजीव राव ने कहा कि सैनिक स्कूल और बॉयज कॉलेज को तो यह सरकार भूल ही गई है। उन्होंने कहा कि 155645 करोड़ रुपये से होगा क्या। बजट की 50 प्रतिशत राशि तो पेंशन, सैलरी, अन्य सेवाओं के भुगतान में चली जाती है, जबकि 25 प्रतिशत राशि कर्ज का ब्याज देने में चली जाएगी ऐसे में रोड, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बनाने के लिए क्या बचेगा।
उन्होंने कहा कि इस बजट के बाद किसानों के हाथ पहले की तरह खाली रहे गए। बजट में किसानों के लिए किसी प्रकार की सब्सिडी नही दी गई है। महिला सुरक्षा पर सरकार क्या कर रही है, बजट में महिला सुरक्षा को लेकर कोई जिक्र नहीं है। महंगाई सातवें आसमान पर है, रोजमर्रा की वस्तुओं से लेकर, बिजली के दाम, किसान भाइयों के खाद्य-बीज, गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल सभी ने कमर तोड़ रखी है। बजट में इस पर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया गया। इस बजट में सभी को निराशा हाथ लगी है। यह बजट पूरे तरीके से अप्रगतिशील और दिशाहीन बजट है।