कमाल है शहर में पुल, बस स्टैंड, सुरक्षा, कॉलेजों में भवन नप बनाएगी तो सरकार- जिला प्रशासन क्या करेंगे
– इस संकल्प पत्र के हिसाब से नप चेयरपर्सन के अधीन डीसी- एसपी भी आ जाएंगे, सरकार के सभी विभाग नप को रिपोर्ट करेंगे
– यह संकल्प पत्र नहीं शहर के एक लाख 7 हजार मतदाताओं के साथ मजाक है
नगर निकाय चुनाव में भाजपा के जारी संकल्प पत्र की पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने पोल खोलकर रख दी है। कापड़ीवास ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे इस संकल्प पत्र को गंभीरता से पढ़े और बताए कि नप के इतिहास में क्या कभी ऐसा हुआ है कि व्यापारियों की सुरक्षा, बस स्टैंड, कॉलेजों में भवन बनवाना, सभी मुख्य मार्गों पर अंडरपास, पुल से लेकर रेलवे पुल तक वह बनवाने का काम नप कर सकती है। यह घोषणा पत्र नहीं शहर की एक लाख 7 हजार मतदाताओं के साथ सीधा मजाक है। अगर यही भाजपा का घोषणा पत्र है तो कायदे से नप चेयरपर्सन के दायरे में जिला प्रशासन के डीसी एवं एसपी के अलावा सरकार के सभी महकमें भी आ गए हैँ।
कापड़ीवास ने कहा कि नगर परिषद कैसे नगर निगम बनवा सकती है। निगम बनवाने के लिए आबादी और बहुत से नियम कायदे पूरे करने होते हैं। नप क्या अपने हिसाब से जनसंख्या बढ़ा सकती है। जो उन्होंने अपने संकल्प पत्र में शामिल किया। बस स्टैंड शिफ्ट की बात की है। इसके लिए बहुत पहले ही बजट भी मंजूर हो चुका है। इसमें नप क्या करेंगी। रेलवे के अंडरपास, पुल, सुरक्षा, शहर में नया जिला सचिवालय क्या नप बनवा सकती है। शहर के सरकारी कॉलेजों में नप को कभी भवन बनाते कभी किसी ने देखा है। नप क्या हुडा के सभी सेक्टरों को अपनी मर्जी से अधीन में ले सकती हैं। रावतुलाराम स्टेडियम में जब खेलों की सारी सुविधा नप देगी तो खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग क्या करेगा। आईओसी चौक से भाड़ावास रोड तक के राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क का नगर परिषद को हस्तांतरण करने की बात कही गई है। यह कैसे संभव है कि एनएचएआई का काम एकदम अलग होता है। इसमें राज्य सरकार ही दखल नहीं कर सकती है। कापड़ीवास ने कहा कि संकल्प पत्र बनाने वालों ने खुब मेहनत की है। इसका वे सम्मान करते हैं। जब इन्हें यह नहीं पता कि नप किस भूमिका में रहती है तो ये शहर को स्मार्ट सिटी कैसे बनाएंगे। यह जनता को वोट मांगने आ रहे भाजपाइयों से जरूर पूछना चाहिए। संकल्प पत्र में कहा गया है कि शहर के जूती, पीतल एवं मैटल उद्योग को नप अंतराष्ट्रीय दर्जा दिलाएगी। अब इनसे कोई पूछे कि तीनों ही उद्योगों में नप ही सबकुछ करेगी तो राज्य का उद्योग विभाग क्या करेगा। इसके अलावा इन्होंने शहर को सौंदर्यीकरण, 10 पुरानी सड़कों की मरम्मत की बात की है। यह सब पुरानी मांगें हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि इस संकल्प पत्र से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा नगर परिषद शहर को कितने खतरनाक तरीके से बदलने जा रही हैं। शहर की जनता से अपील है कि वह इस संकल्प पत्र को जरूर पढ़ाकर लोगों को जागरूक करें।