भारत के महाराजा अपनी खर्चीली और अपनी भोग-विलास जीवन शैली के लिए काफी प्रसिद्ध थे. यहां एक ऐसे ही खास भारतीय राजा की सच्ची कहानी आपको बताने जा रहे हैं, जिनका वैवाहिक जीवन के बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे. हम बात कर रहे हैं पटियाला रियासत के महाराजा और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के दादा महाराजा भूपिंदर सिंह की.
महाराजा की गतिविधियों का उल्लेख उनके दीवान (मंत्री) जारमणि दास ने अपनी पुस्तक ‘महाराजा’ में किया है. महाराजा भूपिंदर सिंह ने पटियाला में एक ‘लीला-भवन’ बनवाया, जहां केवल नग्न लोगों को जाने की अनुमति थी. यह महल पटियाला शहर में बहुदरी बाग के करीब भूपेंद्र नगर की ओर जाने वाली सड़क पर बना है.
इतिहासकारों के अनुसार महाराजा की कुल 365 रानियां थीं, जिनमें 10 अधिकृत रानियां भी शामिल थीं. महाराजा ने इन रानियों की सुख-सुविधा का पूरा ख्याल रखा. हालांकि, समय के साथ महाराजा की रानियों के किस्से इतिहास में दफन हो गए हैं, वहीं उनके लिए बने महल अब ऐतिहासिक धरोहर हैं.
रिपोर्टों के अनुसार, चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम नियुक्त की गई थी, जो रानियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए महल में ही रहती थी. उन्हें उनकी इच्छा के मुताबिक सारी सुविधाएं प्रदान की गईं.
दीवान जारमणि दास के अनुसार, महाराजा भूपिंदर सिंह की दस पत्नियों से 83 बच्चे थे, जिनमें से केवल 53 ही जीवित रह पाए. राजा ने महल के बाहर एक ‘स्विमिंग पूल’ भी बनवाया था. यह इतना बड़ा है कि इसमें 150 पुरुष और महिलाएं एक साथ नहा सकते हैं.
यहां बड़ी-बड़ी पार्टियां हुआ करती थीं. महाराजा अपनी गर्लफ्रेंड को उन पार्टियों में शामिल होने के लिए बुलाते थे. वे सभी महाराजा के साथ तालाब में नहाते और तैरते थे. एक बेहद खास बात, प्रसिद्ध ‘पटियाला पेग’ भी महाराजा महाराजा भूपिंदर सिंह ने ही दुनिया को दिया था.