रणघोष अपडेट. रेवाड़ी
गांव भूङपुर में पूर्व कैबिनेट मंत्री नरबीर सिंह ने जहाँ दर्जनो गांव को पीने के पानी कि समस्या के मध्य नजर रखते हुए 33 करोड़ रुपये सरकार से पास कराएं जो धरातल पर बावल से वाया रामपुरा हाऊस होते हुए भूङपुर जलघर तक 9 करोड़ रुपये हो गए। उसके बावजूद भी वहां 9 करोड़ रुपये कि लागत से काम नहीं हुआ जिसकी शिकायत हमनें दर्जनों बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिला उपायुक्त से लिखित रूप में देने के बावजूद जांच सिर्फ फाइलो तक सिमट कर रह गई। 2 दिन पहले हिसार से बटन दबाकर जलघर का उद्घाटन कर दिया गया जबकि ग्रामीण पीने के पानी से वंचित है। अगर शीघ्र जलघर कि तरफ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित नहीं हुआ तो हम ग्रामीणो को साथ लेकर जिला सचिवालय पर भूख हङताल पर बैठेंगे और तब तक नहीं उठेंगे। खुद जलघर पर जाकर वास्तविकता ना समझ सके। दक्षिणी हरियाणा ग्रामींण उत्थान संस्था के प्रदेश अध्यक्ष हरिन्द्र यादव ने कहा कि 6 एकड में 9 करोड़ की लागत से बने जलघर पर आज भी कोई कर्मचारी नहीं है जलघर पर ताला लगा हुआ है। गांव में गन्दा व खारा पानी सप्लाई किया जा रहा है वो भी सप्ताह में एक बार हम उच्च अधिकारियों से पूछना चाहते हैं कि कि 6 एकड़ में बने जलघर मे जो पानी आता है। जब लाखनौर-भूङपुर के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा तो फिर जा कहां जा रहा है।